बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदा बाजार, 18 सितंबर। थाना कसडोल पुलिस चौकी लवन अंतर्गत फर्जी पुलिस बनकर रात्रि 1.30 बजे एंबुलेंस वाहन में आकर युवक को उनके घर से अपहरण करने का मामला सामने आया है। पुलिस चौकी लावन थाना कसडोल में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना की जा रही है।
पुलिस के अनुसार प्रार्थिया भारती साहू निवासी ग्राम कारी ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि 16 सितंबर की रात्रि लगभग 1.30 बजे एंबुलेंस क्रमांक सीजी 22 2 0531 में अज्ञात चार व्यक्ति प्रार्थीया घर के सामने आकर दरवाजा खोलने चिल्ला रहे थे तब प्रार्थीया दरवाजा खोली तो उन व्यक्तियों में से एक व्यक्ति बोला कि वह पलारी पुलिस सब इंस्पेक्टर है और इसके साथ आए सभी स्टाफ हैं तुम्हारा लडक़ा यशवंत साहू को बुलाओ जिस पर प्रार्थी ने अपने पुत्र को कमरे से बुलाई तब उक्त लोगों के द्वारा भारती के पुत्र को गाली-गलौज देने लगे एक व्यक्ति जो मोटा था वह यशवंत साहू के साथ हाथ मुक्का से मारपीट करने लगा।
रायपुर लाए फिर बोलेरो से डोंगरगढ़ ले गए
दूसरे दिन सुबह 7 बजे यशवंत साहू अपने मोबाइल से प्रार्थया के देवर गजानंद साहू के मोबाइल पर फोन कर बताया कि हम लोगों को एंबुलेंस से रायपुर रेलवे स्टेशन तक लाए इसके पश्चात बोलेरो वाहन में बैठाकर डोंगरगढ़ ले गया है हम दोनों से बुलेरो में डीजल डलवाने के लिए रुपए की मांग कर रहे हैं तब प्रार्थना के देवर ने फोन पे के माध्यम से यशवंत के मोबाइल में 5000 भेज दिया।
जांजगीर-चांपा में मनोज मिला, यशवंत अभी तक घर नहीं लौटा
उधार लगभग 4-5 बजे उसी मोबाइल से मनोज साहू ने फोन कर बताया कि हम लोगों के साथ बहुत मारपीट किया है और यशवंत को कुम्हारी में उतार दिए हैं तथा उसे हसौद थाना ले जा रहे हैं जिस पर प्रार्थीया ने अपने रिश्तेदारों को थाना हसौद जिला जांजगीर-चापा भेजा गया जहां मनोज साहू मिला। हसौद पुलिस वाले से पूछताछ करने पर पता चला कि पुलिस थाना वाले किसी को नहीं लाए हैं यशवंत साहू अभी तक घर वापस नहीं आया हैै।
दोनों भाइयों से मारपीट कर एंबुलेंस में बैठाया
इसी दौरान प्रार्थिया के बड़े पुत्र मनोज साहू भी वहां पहुंचकर उक्त लोगों को मारपीट करने से मना करने पर उक्त लोगों के द्वारा प्रार्थिया के दोनों पुत्रों के साथ मारपीट करते हुए खींचकर जबरदस्ती एंबुलेंस में बैठा लिए और बोले कि एक लडक़ी पलारी थाना क्षेत्र से भागी है उस संबंध में ले जा रहे हैं। उक्त घटना के कुछ देर बाद प्रार्थिया थाना पलारी जाकर पूछताछ की तो वहां उपस्थित पुलिस कर्मी ने किसी को भी पूछताछ करने नहीं लाया गया बताया।