बीजापुर
दर्जनों गांव से होकर गुजरेगी सीपीआई की 100 किमी की पद यात्रा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 19 सितंबर। सीपीआई की सिलगेर से सुकमा तक कि प्रस्तावित पद यात्रा मंगलवार से शुरू हो रही है। हालांकि इस पद यात्रा के लिए प्रशासन की तरफ से अनुमति नहीं दी गई है। फिर भी पद यात्रा निकल रही हैं।
यहां सिलगेर जाने से पहले पत्रकारों से मुखातिब होते हुए सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव पूर्व विधायक व आदिवासी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष कुंजाम ने कहा कि प्रशासन की तरफ से पदयात्रा की अनुमति नहीं दी गई है। लेकिन यह यात्रा होगी। उन्होंने बताया कि उनके मुद्दे पहले से तय है। यात्रा का उद्देश्य ग्राम स्वराज का रास्ता है। जिसे गांधी जी बताया था। उनका सपना था कि स्वराज मिलना चाहिए। गांव और आदिवासियों के लिए यह कानून बना हैं। लेकिन सरकार है कि वह अधिकार गांव को दे नहीं रही है।
पूर्व विधायक मनीष कुंजाम ने कहा कि सरकार में बैठे हुए लोगों ने चार साल पहले वादा किया था कि नक्सल मामलों में जेलों में बंद आदिवासियों को छुड़वाएँगे। लेकिन उस पर अब तक कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि सिलगेर की घटना में चार लोगों की मौत हो गई। साथ ही कई लोग घायल हो गए।
कुंजाम ने कहा कि घटना की मजिस्ट्रियल जांच हुई। हालांकि मजिस्ट्रियल जांच का कोई मतलब नहीं। फिर भी जांच रिपोर्ट अब तक सामने नहीं आया हैं। जबकि रिपोर्ट लोगों के सामने लाना चाहिए। वही उन्होंने रोजगार पर अपनी बात कहते हुए कहा कि हजारों छात्र व नौजवान बेरोजगार बैठे है। सरकार कुछ कर नहीं रही है। उन्होंने कहा कि भर्ती में बस्तर के हर जिले के स्थानीय युवाओं को लिया जाना चाहिए। इसमें कोई अलग से पात्रता नहीं मांगनी चाहिए। कुंजाम ने आगे कहा कि आजादी के पहले गांधी जी ने दांडी यात्रा की और वर्तमान दिनों में राहुल गांधी पद यात्रा कर रहे है। लेकिन यहाँ राज्य सरकार आदिवसियों के 100 किमी के पद यात्रा से डर कर इसे रोकना चाह रही हैं।
मनीष कुंजाम ने साफ तौर पर कहा कि उनकी यह यात्रा होकर रहेगी।उनकी पदयात्रा का दायरा तकरीबन 107 किलोमीटर का होगा और यह दर्जनभर गांव स्व होकर गुजरेगी। इस पदयात्रा में सैकड़ो आदिवासी जुटेंगे।