गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 20 सितंबर। विगत दिनों जॉन डियर ट्रैक्टर के डीलर विकास मोटर्स राजिम द्वारा क्षेत्र के उन्नतशील कृषक एवं ट्रैक्टर के मॉलिकों को देवास मध्यप्रदेश में स्थित ट्रैक्टर उत्पादन फैक्ट्री का भ्रमण करने भेजा था।
जॉन डियर ट्रैक्टर डीलर विकास मोटर्स राजिम के संचालक श्याम अग्रवाल, विकास अग्रवाल एवं आकाश अग्रवाल ने बताया कि समय-समय पर क्षेत्र के किसानों को जॉन डियर कंपनी द्वारा भ्रमण कराया जाता है। इससें किसानों को ट्रैक्टर की तकनीकी व मजबूती की सही जानकारी मिलती है। जिससे किसानों को ट्रैक्टर के रख रखाव में मदद मिलती है।
दौरे पर गए किसानों ने जॉन डियर कंपनी के फैक्ट्री में पहुंचकर वहां बन रहे ट्रैक्टर व अन्य कृषि उपकरणों का जीवंत बनते हुए देखा। इसके साथ ही सभी सामानों व उपकरणों की जानकारी कंपनी के कर्मचारियों ने किसानों को बताया। दौरे से आने के बाद किसानों ने बताया कि अपनी आंखों के सामने ट्रैक्टर को बनते देखकर वे काफी रोमांचित हुए। कहा कि जॉन डियर के सभी उपकरण बहुत की मजबूती और ओरिजनल है। वे इसी कंपनी के ट्रैक्टर खरीदकर अपने कृषि को सक्षम एवं सम्पन्न बनाएंगे।
किसानों ने कहा कि वर्तमान समय में खेती और बागवानी में आधुनिक कृषि यंत्रों का प्रयोग बढ़ता ही जा रहा है। इसका प्रमुख कारण यह है कि इन यंत्रों या उपकरणों की सहायता से खेती का काम कम समय और श्रम में पूरा किया जा सकता है। इतना ही नहीं कृषि यंत्रों के इस्तेमाल से खेती की लागत को भी कम किया जा सकता है, इससे किसान पैसों की बचत कर सकते हैं। आज जॉन डियर के संचालक श्याम अग्रवाल द्वारा हमें ट्रैक्टर फैक्ट्री में भेजकर खेती-किसानी में काम आने वाले कुछ प्रमुख यंत्रों की जानकारी दिया।
साथ ही सरकार की ओर से इन यंत्रों पर कितनी सब्सिडी दी जाती है इसके बारे मेें भी बता रहे हैं ताकि किसान इन यंत्रों को सस्ती कीमत में प्राप्त करके इसका लाभ उठा सकें। किसानों ने कहा कि कृषि कार्य में ट्रैक्टर की उपयोगिता काफी होती है। ट्रैक्टर की सहायता से फसल बुवाई से लेकर फसल को बेचने के लिए मंडी या बाजार तक ले जाने का काम किया जाता है। ट्रैक्टर से कई यंत्रों को जोडक़र खेती-बाड़ी और बागवानी के अनेक कार्य किए जा सकते हैं।
जैसे- ट्रैक्टर से कल्टीवेटर को जोडक़र खेत की जुताई की जाती है। ट्रैक्टर ऐसी मशीनरी है जिसकी सहायता से खेती किसानी का काम कम समय और श्रम में आसानी से निपटाया जा सकता है। इसके प्रयोग से काम जल्दी होता है और पैसों की बचत होती है। कहा कि आज किसान ही अनाज का उत्पादन कर अन्नदाता के रूप में अपना स्थान रखता है। इसलिए सही उन्नत के लिए जॉन डियर ट्रैक्टर उत्पादन की आवश्यकताओं के अनुरूप उपलब्ध करा रही है।
किसानों ने बताया कि फैक्ट्री में जानकारी लेने के बाद वे उज्जैन पहुंचे। जहां महाकाल भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। वहां से वापिस लौटकर किसानों ने राजिम के जॉन डियर शोरूम में डीलर से मिलकर भविष्य में सहयोग के लिए आग्रह किया।