कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुुुंठपुर (कोरिया), 20 सितंबर। कोरिया में रावण का विवाद अब थाने तक पहुंच गया। रावण दहन को लेकर सत्ता व विपक्ष के बीच शुरू हुआ विवाद सोमवार की शाम को सिटी कोतवाली पहुंच गया। दोनों पक्षों के सदस्यों के द्वारा रावण दहन को लेकर अपना पक्ष रखते रहे, लेकिन इसके बाद भी रावण दहन का विवाद सुलझ नहीं पाया। इधर रावण पुतला निर्माण कार्य भी रोक लगा दी गई है।
जानकारी के अनुसार कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के मिनी स्टेडियम में अब तक कोरिया सर्व विकास समिति के तत्वावधान में आयोजित की जाती रही है, यह समिति भाजपा समर्थित है। मुख्यालय में बीते कई वर्षों से इसी समिति के द्वारा भव्य रावण दहन कार्यक्रम आयोजित होता आया है। इस वर्ष कोरिया विकास समिति द्वारा भाजपा उपाध्यक्ष देवेंद्र तिवारी के नेतृत्व में रावण दहन करने की तैयारी शुरू की गई। श्री तिवारी को समिति का संरक्षक बनाया गया है।
इसके साथ ही रावण दहन कार्यक्रम करने को लेकर सत्ता पक्ष ने अपना मंच से कराने की बात कहकर पेंच फंसा दिया है। जिसके बाद यह विवाद गहराने लगा। वर्तमान में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और कांग्रेस के पदाधिकारी चाहते हंै कि नया मंच बनाकर उनके माध्यम से मिनी स्टेडियम में भव्य रावण दहन कार्यक्रम हो। इसी बात से रावण को लेकर विवाद गहराने लगा है। जिला मुख्यालय में पहली बार रावण को लेकर राजनीति शुरू की गयी। अपनी अस्मता का प्रश्न बनाकर अब सत्ता व विपक्ष रावण दहन को लेकर भिड़ गये हंै।
रावण दहन कार्यक्रम को लेकर दो समिति आमने सामने आने पर जिला प्रशासन के निर्देश पर तहसीलदार बैकुंठपुर ने दोनो पक्षों को सिटी कोतवाली मे बुलाकर मामले का हल निकालने की कोशिश की, परन्तु मामले में कोई हल नहीं निकल सका। बैठक में रावण मिलकर बनाने और मिलकर आयोजन करने पर भी प्रस्ताव लाया गया, परन्तु इस पर भी बात नहीं बनी, एक पक्ष मिलकर आयोजन को तैयार है परन्तु दूसरा पक्ष पूरी तरह अकेले आयोजन करना चाहता है। जिसके बाद बैठक बेनतीजा रही।
भव्य आतिशबाजी का देखा जाता है नजारा
उल्लेखनीय है कि कुछ ही दिन पूर्व अंबिकापुर से आये कलाकारों के द्वारा मिनी स्टेडियम में विशाल रावण का पुतला बनाने की शुरूआत कर दी गयी है रावण के साथ मेघनाथ एवं कुंभकरण का भी पुतला बनाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार शहर में 50 फीट ऊंचा रावण का पुतला बनाया जा रहा है।
ज्ञात हो कि रावण दहन कार्यक्रम को देखने के लिए जिला मुख्यालय में शहर सहित आस पास के ग्रामीण अंचलों से बडी संख्या में लोग पहुंचते हैं, जिस कारण स्टेडियम पूरी तरह से खचाखच भीड़ से भर जाता है। रावण दहन के पूर्व आधे घंटे तक भव्य आतिशबाजी का नजारा लोगों को देखने को मिलता है।