दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 22 सितंबर। राष्ट्रीय महिला आयोग, छत्तीसगढ़ विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के निर्देश एवं श्री संजय कुमार जायसवाल जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के विशेष मार्गदर्शन में मंगल भवन भिलाई -3 में महिलाओं के अधिकारों एवं उनके संबंध में विधिक अधिकार के प्रति जागरूक किये जाने के उद्वेश्य से एक दिवसीय विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं राष्ट्रीय महिला आयोग का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण/तालुका स्तर में महिलाओं के सशक्तिकरण के संबंध में विशेष जागरूकता अभियान कराये जाने के परिकल्पना को पूर्ण करने के उद्देश्य से तालुक विधिक सेवा समिति भिलाई-3 के ग्रामीण स्तर की महिलाओं के लिए विशेष जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। आयोजित एक दिवसीय विधिक जागरूकता कार्यक्रम में रिसोर्स पर्सन के रूप में अधिवक्ता रेखा वर्मा एवं कुसुम शाह उपस्थित रही।
विधिक जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ श्री पंकज दीक्षित न्यायाधीश/अध्यक्ष तालुक विधिक सेवा समिति, भिलाई-3 के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के शुभारंभ में न्यायाधीश श्री पंकज दीक्षित ने उपस्थित महिलाओं को बताया कि ’‘ महिलाएॅ देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है महिलाएॅ गृहस्थ को संभालती है तथा बच्चों का पालन पोषण कर उनका भविष्य उज्जवल बनाती है । विवाहित महिला आमतौर पर अपने अधिकारों से अनजान रहती है और घरेलू हिंसा का शिकार होते जाती है। इस जागरूकता शिविर का आयोजन का उद्वेश्य महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। कार्यक्रम की रिसोर्स पर्सन ने अपने महिलाओ के लिए शासन से प्राप्त होने वाली विभिन्न योजनाओं के संबंध में,सायबर अपराध, महिला प्रताडना पर जानकारी दी तथा महिलाओं के समानता का अधिकार, संपत्ति का अधिकारी, कार्य स्थल पर यौन उत्पीडन, महिला संशक्तिकरण, भरण पोषण, की जानकारी प्रदान की गई तथा महिलाओं को उपलब्ध विधिक सहायता योजना की जानकारी दी गई।
महिलाओं ने कार्यक्रम के दौरान पूछे प्रश्नों का उत्तर रिसोर्स पर्सन अधिवक्ताओं के द्वारा दिया गया।
कार्यक्रम में लगभग 60 महिलाएॅ शामिल हुई। मंच का संचालन अधिवक्ता सुषमा जेठानी के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में महिला बाल विकास से अधिकारी, अधिवक्तागण भी उपस्थित थे।