दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 22 सितंबर। प्रताडऩा के बावजूद दहेज में एसी और बाइक न लाने के बाद ससुराल पक्ष ने नवब्याहता को जादू टोना करने वाली बताते हुए मायके छोड़ दिया। वह गर्भवती थी, तब भी पति मारपीट करता रहा। एक बच्ची को जन्म देने के बाद ससुरालियों ने उसकी सुध नहीं ली। पिछले 10 महीने से केम्प-2 शारदापारा मायके में रह रही महिला की शिकायत पर ठेठवार पारा डोंगरगढ़ निवासी पति पुरूषोत्तम यादव, ननद गीता, उषा यादव और जेठ नन्दलाल यादव के खिलाफ धारा 34, 498-ए के तहत अपराध पंजीबद्ध हुआ है।
महिला थाना से मिली जानकारी के अनुसार केम्प-2 शारदापारा भिलाई निवासी 32 वर्षीय युवती का विवाह 1 जुलाई 2021 को पुरूषोत्तम यादव पिता कन्हैया यादव निवासी ठेठवार पारा डोंगरगढ के साथ सम्पन्न हुआ। विवाह में उपहार स्वरूप आभूषण, घरेलू सामान और नगर 20 हजार दिए गए। ससुराल आने पर लगभग 10 दिन ठीक रहा लेकिन उसके बाद पति पुरूषोत्तम, ननद गीता और उषा तथा जेठ नन्दलाल मिलकर शादी में हल्का सामान देने को लेकर ताना मारने लगे। उन्होंने एसी, बाईक एवं और पैसे लेकर आने लगातार दबाव बनाया। उनकी मांग पूरा नहीं होने पर पति ने उसे मारा पीटा। जब वह गर्भवती हुई तब भी शारीरिक और मानसिक प्रताडऩा के साथ ही उसे टोनही घर से आई है कहते हुए जादू टोना का भी इल्जाम लगा बेइज्जत किया गया। उस पर जेठानी के मरने का भी आरोप मढ़ते हुए मायके वालों के विरुद्ध असहनीय शब्दों का प्रयोग किया जाने लगा। वह सब ठीक होने के इंतजार में ससुराल वालों को समझाने का प्रयास करती रही। 3 माह की गर्भवती थी तभी पति व दोनों ननद द्वारा टोनही कह कर उसे फिर डंडे से मारा पीटा और जलील कर घर से बाहर निकाल दिया गया।
पीडि़ता किसी तरह अपने मायके आई और तब से यहीं निवास कर रही है। इस वर्ष जून में उसे पुत्री की प्राप्ति हुई तब पति ने फोन पर मानसिक रूप से प्रताडि़त करते हुए बच्ची को नाजायज बता चरित्र को लेकर लांछन लगाया। समझाइश की सारी गुंजाइश खत्म होती देख पीडि़ता ने महिला थाना दुर्ग में ससुरालियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाया है।