कोण्डागांव
राज्य महिला आयोग अध्यक्ष ने की जन सुनवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 22 सितंबर। जिला कार्यालय के सभाकक्ष में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक व सदस्य नीता विश्वकर्मा, अर्चना उपाध्याय की अध्यक्षता में जन सुनवाई और जिला स्तरीय मानव तस्करी पर रोकथाम हेतु प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस जन सुनवाई में उनके साथ कलेक्टर दीपक सोनी, पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल उपस्थित रहे।
इस अवसर पर उन्होंने विधिक आयोग द्वारा निर्मित जन जागरूकता अभियान के चलचित्रों के माध्यम से लोगों को दहेज प्रताडऩा, टोनही प्रताडऩा, घरेलू हिंसा और अन्य महिलाओं के विरूद्ध अपराधों के संबंध में जानकारी ली।
भरण-पोषण हेतु 4 लाख 80 हजार, 6 लाख दिलवाया
सुनवाई में एक आवेदिका द्वारा सगाई के उपरांत विवाह तोडऩे वाले अनावेदक और उसके परिवारजनों को फटकार लगाते हुए महिला के सम्मान को ठेस पहुंचाने व उसे प्रताडि़त करने के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने और सगाई में दी गई अंगूठी व घड़ी को वापस दिलाया।
एक अन्य मामले में आवेदिका को महिला आयोग में पूर्व में आयोजित सुनवाई निर्णयानुसार 4 लाख 80 हजार रूपये का जीवन भत्ता व अन्य एक आवेदिका को एक शासकीय डॉक्टर द्वारा विवाह उपरान्त घर से निकाले जाने और न्यायालय के निर्णयानुसार पत्नि को न अपनाने पर आपसी सहमति बनाते हुए, 6 लाख रूपये का अंतिम भरण-पोषण भत्ता और विवाह के समय दिये गये समस्त घरेलू सामानों को आवेदिका के घर पहुंचाने के निर्देश दिये।
एक अन्य प्रकरण में महिला बाल विकास विभाग के एक सुपरवाईजर द्वारा परियोजना अधिकारी पर एरियर्स भुगतान व यात्रा भत्ता और अन्य बिलों के भुगतान न होने पर दुर्भावना से भुगतान न करने पर परियोजना अधिकारी को फटकार लगाते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी को एक माह के भीतर प्रकरण की जांच कर समस्या निराकरण कर आयोग को सूचित करने के निर्देश दिये।
एक अन्य मामले में अनुसूचित वर्ग की महिला द्वारा समाज प्रतिनिधियों द्वारा पति की मृत्यु के पश्चात् बहिस्कृत किये जाने के मामले में दोनों पक्षों के मध्य सुलह हेतु समय देते हुए, प्रकरण को आयोग के रायपुर शाखा में स्थानांतरित कर वहां सुनवाई करने का निर्णय दिया गया।