महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 23 सितम्बर। कल गुरूवार को महासमुंद जिले में स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव, विशेष सचिव और सचिव जिले के प्राथमिक शाला साराडीह का निरीक्षण कर रहे थे, वे ऐसे स्कूलों में पहुंचे थे जहां कोई समस्या नहीं थी। जबकि ठीक उसी वक्त महासमुंद व बागबाहरा ब्लॉक के दो स्कूलों में तालाबंदी कर पालक और बच्चे प्रदर्शन कर रहे थे। तालाबंदी कर रहे पालकों का कहना है कि उनके गांवों में स्कूल से संबंधित सारी परेशानियों की जानकारी स्कूल शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों को है। लेकिन वे स्थाई व्यवस्था करने में सक्षम नहीं हैं। लिहाजा ग्राम अमलोर में हाईस्कूल भवन व शिक्षक की कमी और बागबाहरा ब्लॉक के ग्राम तुपकबोरा में शिक्षक की कमी के चलते सुबह 10 बजे से बच्चों व पालकों ने ताला जड़ दिया। तुपकबोरा में शिक्षक की व्यवस्था होने के बाद बच्चों ने प्रदर्शन समाप्त कर दिया लेकिन अमलोर में प्रदर्शन जारी रहा।
गौरतलब है कि जिले में नई शिक्षा नीति का पालन हो रहा है या नहीं, इसका अवलोकन करने प्रदेश के प्रमुख सचिव शिक्षा एस भारतीयदासन व डीपीआई सुनील कुमार जैन शासकीय प्राथमिक शाला साराडीह पहुंचे। यहां प्रमुख सचिव ने बच्चों के बौद्धिक स्तर का अवलोकन करते उन्होंने बच्चों से सवाल किया। इस दौरान कुछ बच्चों ने जवाब दिया तो कोई बच्चे नहीं दे पाए। प्रमुख सचिव ने स्कूल परिसर के अंदर संचालित आंगनबाड़ी केंद्र का भी निरीक्षण किया। इसके बाद जिले के डीईओ, सहायक संचालक, डाइट, बीईओ व प्राथमिक शाला के शिक्षकों की बैठक लेते जरूरी निर्देश दिए।
कल ही बागबाहरा ब्लॉक के ग्राम तुपकबोरा प्राथमिक स्कूल में दो ताला लगा हुआ था। यहां जिले और राज्य स्तर के कोई अधिकारी नहीं पहुंचे थे। पालकों का कहना है कि यहां शिक्षकों के स्थानांतरण के बाद पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। मांग के बाद भी विभाग ने व्यवस्था नहीं की। इस कारण बच्चों व पालकों ने स्कूल में ताला जड़ दिया। विकासखंड शिक्षा अधिकारी कौशल वर्मा गांव पहुंचे और 2 शिक्षकों की व्यवस्था की। शिक्षक की व्यवस्था के बाद पालक व बच्चे मान गए। लेकिन अमलोर स्कूल में दिन भर ताला लगा रहा।
अमलोर के ग्रामीण भी पिछले 5 सालों से हाईस्कूल भवन की मांग करते आ रहे हैं। लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं हुई। यहां 98 बच्चे पंजीकृत हैं। हाईस्कूल का संचालन 2017-18 से हो रहा है, लेकिन स्वंय का भवन नहीं है। यहां आज भी मिडिल स्कूल के भवन में बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं।