राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 सितंबर। मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए आमजन को डोर-टू-डोर समझाईश एवं जागरूक करने नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने स्वास्थ्य अमला को निर्देश दिए। साथ ही संक्रामक बीमारी से बचने, सावधानी बरतने तथा स्वच्छता अपनाने आयुक्त ने नागरिकों से अपील की है।
शासन के निर्देशानुसार मौसमी बीमारी मलेरिया, डेंगे एवं अन्य संक्रामक बीमारियों को फैलने रोकथाम व बचाव के लिए नागरिकों को डोर-टू-डोर जाकर समझाईश देने व जागरूक किए जाने आयुक्त ने अपने-अपने प्रभावित वार्ड में स्वच्छता मित्र एवं वार्ड प्रभारियों को दायित्व सौंपने स्वास्थ्य अधिकारी एवं मिशन क्लीन सिटी प्रभारी को निर्देशित किया है। उन्होंने संक्रामक बीमारी से बचने, सावधानी बरतने एवं साफ-सफाई कर स्वच्छता अपनाने नागरिकों से अपील की। आयुक्त ने कहा कि मौसमी बीमारी डेंगू, मलेरिया तथा अन्य संक्रामक बीमारी फैलने की संभावना बनी रहती है, जिसे ध्यान में रखते नगर में साफ-सफाई के अलावा लोगों में संक्रामक बीमारी फैलने से रोकने व बचाव के लिए नागरिकों को डोर-टू-डोर जाकर निगम का स्वास्थ्य अमला आमजनों को समझाईश दे रहे हैं।
उन्होंने प्र. स्वास्थ्य अधिकारी राजेश मिश्रा से कहा कि प्रतिदिन नाली-नालों की सफाई कर नियमित रूप से कचरा उठावे तथा दवाई का छिडक़ाव करें। नलों, हैंडपंपों के आसपास व गड्ढों में भरे पानी को कच्ची नाली खोदकर निकासी की व्यवस्था करें एवं कैपास व नुवान दवाई का छिडंकाव करें। जिससे लार्वा उत्पन्न न हो।
आयुक्त ने कहा कि बारिश में कूलर को अच्छी तरह से साफ कर खस वाली शीट को धूप में सूखाना है, क्योंकि डेंगू के मच्छर एंडीस के अंडे कूलर के खस की शीट में चिपके रहते हंै और नमी मिलते ही जीवित हो जाते हैं, इसलिये धूप में सूखाना अत्यंत आवश्यक है। इसी प्रकार आंगन एवं छत की खुली हुई पानी टंकियों को ढंककर रखना है व टूटे-फूटे मटके, टायर-ट्यूब, प्लास्टिक के बोतल, डिब्बे को नष्ट करना। फ्रिज के पानी जमा होने वाले ट्रे के पानी एवं मंदिर में रखे कलश के पानी को प्रति सप्ताह बदलना है। घरों के आसपास पानी जमा नहीं होने देना है। मच्छरदानी लगाकर सोना है।
इस प्रकार की सावधानी बरतकर हम मौसमी संक्रामक बीमारी से बच सकते हैं।