राजनांदगांव
संस्था ने प्रभारी को बर्खास्त करने कलेक्टर से की मांग
राजनांदगांव, 23 सितंबर। नक्सल हिंसा में अपने माता-पिता खो चुके प्री. मैट्रिक नक्सल पीडि़त छात्रावास कौरिनभाठा के बच्चे भूख-प्यास से बेहाल स्थिति का सामना कर रहे हैं। उक्त जानकारी देते संस्कार श्रद्धांजलि के अध्यक्ष सतीश भट्टड ने बताया कि उन्हें कुछ दिन पूर्व प्री. मैट्रिक नक्सल पीडि़त छात्रावास के कुछ बच्चों ने जानकारी दी कि उन्हें न ही नाश्ता मिलता है और न ही पेटभर भोजन। शिकायत मिलने पर संस्था के पदाधिकारियों ने छात्रावास का निरीक्षण कर उपस्थित बच्चों व स्टाफ से मुलाकात कर जानकारी प्राप्त की तो बच्चों की शिकायत सही मिली।
ज्ञात हो कि संस्कार श्रद्धांजलि द्वारा प्रारंभ से ही नक्सल पीडि़त बच्चों की देखभाल के साथ समय-समय पर नाश्ता, दवाई, कापी-किताब व आवश्यक वस्तुओं के साथ ही इन्हें ग्रीष्म व शीतकालीन छुट्टियों में घूमने भी ले जाती रही है, इसलिए ये बच्चे भूखे व बेबस रहने पर संस्था अध्यक्ष को वर्तमान स्थिति से अवगत कराया, जिस पर संस्था ने तुरन्त संज्ञान लेते बच्चों की असलियत को जानने छात्रावास जाकर उपस्थित बच्चों से मिलने पर यह बात सामने आई कि इसका प्रभारी महेंद उके कई महीनों से यहां झांकने तक नहीं आया है। शासन से मिलने वाली बच्चों के नाश्ते व भोजन की राशि स्वयं ही डकार जाता है। इससे पूर्व भी इन्हीं हरकतों से उसे निष्कासित किया जा चुका है।
संस्था अध्यक्ष सतीश भट्टड़ सहित उपस्थित सदस्यों ने प्रभारी को तत्काल बर्खास्त करने की मांग राजनांदगांव कलेक्टर से की है। साथ ही बच्चों को भरपेट भोजन-नाश्ता के साथ छात्रावास की खिड़कियों में मच्छरों के आतंक से बचाव हेतु जाली लगाने की मांग भी की है। जिससे बच्चों को डेंगू-मलेरिया जैसी बीमारियों से बचाया जा सके।
इस अवसर पर संस्था की ममता बुद्धन, सुधा पवार, पदमा साहू, नरेंद्र तायवाड़े, दुर्गा, भुनेश्वर उपस्थित थे।