सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 23 सितंबर। इस साल शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 26 सितंबर से हो रही है। नवरात्रि के दौरान शक्ति कि देवी मां दुर्गा की पूजा- अराधना अलग-अलग रूपों में नौ दिनों तक चलती है। यह त्यौहार देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है।
बलरामपुर जिले में भी तैयारियां शुरू हो चुकी है। बंगाली समुदाय के मूर्तिकार मां दुर्गा सहित मां सरस्वती, लक्ष्मी, भगवान गणेश और कार्तिकेय की मूर्तियां बनाने में जुटे हुए हैं। रामानुजगंज क्षेत्र के धनगांव में मूर्तिकार सुशांत मंडल के साथ उनका पूरा परिवार मूर्तियां बनाने के काम में जुटा हुआ है, इस बार उन्हें 6 मूर्तियों के ऑर्डर मिले हैं।
पीढिय़ों से कर रहे मूर्तियों का व्यवसाय
बलरामपुर जिले में शारदीय नवरात्रि की तैयारियां शुरू हो चुकी है। दो साल के कोरोना काल के बाद इस बार धूमधाम से शक्ति की उपासना का यह त्यौहार मनाने के लिए श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। ग्राम पंचायत धनगांव में मुर्तिकार सुशांत मंडल का परिवार 3 पीढिय़ों से मूर्तियां बनाकर बेचने का व्यवसाय कर रहे हैं।
सिर्फ मिट्टी से बनाई जा रही मूर्तियां
पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए आसपास में आसानी से मिलने वाली चिकनी एवं डोमट मिट्टी का उपयोग किया जा रहा है, इसके अलावा मूर्तियां को फिनिशिंग देकर आकर्षक बनाने के लिए कोलकाता की विशेष प्रकार की गंगा मिट्टी का उपयोग किया जा रहा है गंगा मिट्टी सफेद रंग की होती है जो प्रतिमाओं को आकर्षक बनाती है।