बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 23 सितंबर। क्रॉनिक मायलॉयड ल्यूकीमिया जागरूकता दिवस पर सिम्स के कैंसर विभाग में एक कार्यक्रम रखा गया जिसमें मरीजों को इलाज के लिए प्रोत्साहित किया गया तथा उनका पुष्पगुच्छ और फल देकर सम्मानित किया गया।
सीएमएल एक प्रकार का ब्लड कैंसर है, जिसमें जीन 9 व जीन 22 की अदला बदली हो जाती है। इस रोग से बचाव के लिए पूरे विश्व में 22 सितंबर को जागरूकता दिवस मनाया जाता है। इस कैंसर में अस्थि मज्जा की रक्त कोशिकाएं अनियंत्रित हो जाती है, जिससे सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या अधिक बढ़ जाती है।
ग्रसित व्यक्तियों को जल्दी थकान एवं संक्रमण होने की आशंका बढ़ जाती है। तिल्ली बढ़ जाने के कारण पेट के बाई और सूजन हो जाता है।कैंसर विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ चंद्रहास ध्रुव, डॉ. हेमू टंडन डॉ सुमन कुमार कुजूर, डॉक्टर पुष्पेंद्र कुमार पटेल और जागेश्वर सोनकर सेवा दे रहे हैं। डॉक्टरों ने बताया कि सीएमएल जिन मरीजों का इलाज सिम्स के कैंसर विभाग में किया जा रहा है वे पूरी तरह स्वस्थ हैं। इस इलाज का खर्च लगभग 7000 रुपए प्रतिमाह है, जो यहां पर बिल्कुल निशुल्क है।