महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 24 सितम्बर। जेल अभिरक्षा में विचाराधीन बंदी हेमसागर महिलांग की मौत की दंडाधिकारी जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करने व मृतक की पत्नी को मुआवजा देने की मांग प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज महासमुंद ने की है। मांग को लेकर पदाधिकारियों ने कल शुक्रवार को अपर कलेक्टर से मुलाकात की। प्रतिनिधियों ने जानकारी दी कि दंडाधिकारी के समक्ष परिजनों, आबकारी विभाग के कर्मियों व अन्य गवाहों के द्वारा लिखित रूप से शपथ पत्र के साथ बयान दिया गया था कि बिछिया निवासी हेमसागर महिलांग को सरायपाली सर्किल के आबकारी कर्मचारियों द्वारा 7 व 8 जून की दरमियानी रात को घर से उठाकर मारपीट कर उनसे नगद राशि लूट ली थी।
आबकारी कार्यालय में भी मारपीट किया गया और आनन-फ ानन में जेल दाखिल कराया गया, जहां जेल प्रशासन द्वारा सही समय पर इलाज नहीं कराया गया। हेमसागर महिलाने दर्द से तड़पता रहा। अन्य कैदियों के द्वारा जानकारी मिलने के बाद भी जेल प्रहरियों ने नजरंदाज कर दिया। जब हाथ पैर अकड़ गया तब उसे उठाकर ले जाया गया। जिला अस्पताल के डॉक्टर ने मामले को संदिग्ध बताया। इसके बाद भी जिला प्रशासन द्वारा जांच रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं करना आरोपियों को संरक्षण देने जैसा प्रतीत हो रहा है। प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज के प्रतिनिधियों ने कहा कि इस पूरे मामले में आबकारी अधिकारी व जेल प्रशासन जिम्मेदार है। इसलिए सहायक जेलर व आबकारी अधिकारी को बर्खास्त किया जाए। उन्होंने 15 दिवस के भीतर उचित कार्रवाई न करने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।