महासमुन्द

जिले के तमाम अधिाकरी निर्धारित लक्ष्यों को हासिल करने के लिए विशेष रूप से प्रयास करें-छिब्बर
24-Sep-2022 4:08 PM
जिले के तमाम अधिाकरी निर्धारित लक्ष्यों को हासिल करने के लिए विशेष रूप से प्रयास करें-छिब्बर

कहा-कार्यों की प्रगति अन्य जिलों की तुलना में और अधिक तेज गति से होनी चाहिए

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 24 सितम्बर।
अध्यक्ष केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल भारत सरकार एवं जिला प्रभारी सचिव नीति आयोग निधि छिब्बर ने कल शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में जिला अधिकारियों की बैठक लेकर सूचकांकों में प्रगति की समीक्षा की।
उन्होंने समीक्षा करते हुए कहा कि कार्यों की प्रगति अन्य जिलों की तुलना में और अधिक तेज गति से होनी चाहिए। इसके लिए समन्वित तरीके से कार्य करने की जरूरत है। स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में जागरूकता बहुत जरूरी है। प्रभारी सचिव श्रीमती छिब्बर ने आकांक्षी जिला के विभिन्न सूचकांकों, स्वास्थ्य एवं पोषण,शिक्षा,कृषि एवं जल संसाधन, कौशल एवं वित्तीय समावेश, बुनियादी ढांचे सहित अन्य क्षेत्रों में किए गए कार्यों एवं उपलब्धियों की समीक्षा की तथा डेल्टा रैंकिंग में सुधार के लिए बेहतर प्रदर्शन करते हुए कमियों को दूर करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया।

श्रीमती छिब्बर ने कहा कि यह जिला आकांक्षी जिलों में शामिल है और इसके लिए कार्ययोजना एवं लक्ष्य निर्धारित किए गए है। उन्होंने कहा कि जिले में किन-किन लक्ष्यों को हासिल किया गया है, उसे संख्यात्मक एवं विवरणात्मक जानकारी के रूप में उपलब्ध कराएं। इसके अलावा तुलानात्मक स्थिति से भी अवगत कराएं। आकांक्षी जिलों के लिए विभिन्न विभागों के लिए सूचकांक निर्धारित किए गए हैं। उन सूचकांकों के अनुरूप लक्ष्यों की उपलब्धी हासिल की जानी है। उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि निर्धारित लक्ष्यों को हासिल करने के लिए विशेष रूप से प्रयास करें।  

विभागीय गतिविधियों से संबंधित प्रगति एवं लक्ष्य के संबंध में पावर पाइंट प्रजेन्टेशन दिया गया। कलेक्टर श्री निलेशकुमार क्षीरसागर ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब तक उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में मुख्यमंत्री हाट बाज़ार क्लिनिक योजना के तहत लोगों के बेहतर स्वास्थ्य और स्वास्थ्य की नि:शुल्क जाँच कर दवाईया मुहैया कराई जा रही है। इसी तरह मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से स्लम एरिया में रह रहे नागरिकों के इलाज व टेस्ट किये जा रहे है। कुपोषण दूर करने के उद्देश्य से जिले के दूरस्थ क्षेत्रों में शिविर का आयोजन किया जा रहा है और इन शिविरों में चिकित्सा विभाग की पूरी टीम पहुंचकर कुपोषित बच्चों को चिन्हांकित कर एनआरसी में भर्ती कराया जाता हैए जहां उनका उचित उपचार के साथ कुपोषण दूर करने की कार्रवाई की जाती है।

बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बच्चों में कुपोषण दूर करने के संबंध में भी जानकारी दी गई। साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्रों की व्यवस्था, स्वच्छता, पेयजल के संबंध में भी विस्तार से बताया गया। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एस आलोक, अपर कलेक्टर दुर्गेश कुमार वर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. एसआर बंजारे सहित जिले के विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।

श्रीमती छिब्बर ने क्षेत्रीय विकास एवं समस्याओं और उसके समाधान के लिए भी अधिकारियों से विस्तार से बात की। उन्होंने कहा नीति आयोग की ओर से जारी लिस्ट में कुछ पैरामीटर में न्यूट्रिशन में और ज्यादा काम करने की जरूरत है। इसकी पूरी योजना बनाकर और तेजी से काम किया जाए। शासन द्वारा योजनाएं लोगों के हित के लिए बनायी जाती हैं। स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में उत्कृष्ट परिणाम लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को समन्वय बनाकर बेहतर कार्य करने कहा गया।

उन्होंने कहा महिलाओं बच्चों में एनीमिया दूर करने के लिए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत पौष्टिक गरम भोजन वितरण के समय हितग्राहियों को आयरन फोलिक एसिड की टेबलेट खिलाया जाए। सभी गर्भवती माताओं का शत प्रतिशत पंजीयन एवं संस्थागत प्रसव, हीमोग्लोबिन की जांच, आंगनबाड़ी में पात्र गर्भवती महिलाओं को गरम भोजन मिलता रहे, यह सुनिश्चित करें।

उन्होंने कहा कि आकांक्षी जिला के सूचकांकों में महासमुंद जिले में अच्छा कार्य किया जा रहा है। इसके लिए जिला प्रशासन एवं अन्य विभागों द्वारा सतत रूप से नवाचार अपनाकर कार्य कर रहें है। इससे निश्चित रूप से शत प्रतिशत उपलब्धि हासिल होगी। उन्होंने जैविक खेती एवं फसल चक्र अपनाने के लिए किसानों को प्रेरित करने पर जोर देते हुए कहा कि इससे किसानों के फसलों की उपज में बढ़ोत्तरी के साथ-साथ आय में भी वृद्धि होगी।

इस दौरान उन्हें अधिकारियों ने बताया कि महासमुंद जिले में कृषि एवं जल संसाधन विभाग को नीति आयोग द्वारा सितंबर माह में पशुधन में बेहतर कार्य जैसे टीकाकरण, कृत्रिम गर्भधान एवं पशुओं में पशुधन की उच्च प्रगति के लिए दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। इसका मुख्य कारण यहां के नागरिकों की जागरूकता एवं शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा पशुपालकों के साथ बेहतर समन्वय रहा है। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कुपोषण दूर करने के संबंध में भी जानकारी दी गई। साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्रों की व्यवस्थाएं, स्वच्छता, पेयजल के संबंध में भी विस्तार से बताया गया।

बैठक मैं यह भी बताया गया कि जिला प्रशासन द्वारा नवाचार करते हुए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत हितग्राहियों को छह माह से तीन वर्ष के 10768 बच्चों एवं 15 से 49 वर्ष की 15 हजार से अधिक एनीमिक महिला हितग्राहियों को सप्ताह में तीन दिन आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से गरम भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। इसी तरह राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र माने जाने वाले कमार जनजाति बाहुल्य क्षेत्र के 77 पंचायतों की आंगनबाड़ी केंद्रों में हितग्राहियों को सप्ताह में तीन दिन उबला अंडा खिलाया जाता है। इसी तरह शिक्षा के क्षेत्र में कोविड महामारी के दौरान सीखने की कमी को दूर करने के लिए पढ़ाई तुंहर दुआर, अंगना में शिक्षा कार्यक्रम, कोचिंग तुंहर दुआर, स्मार्ट क्लास शुरू की गई थी। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए नवकिरण अकादमी का गठन, आइटीआई के साथ समन्वय स्थापित कर रोजगारोन्मुखी व्यावसायिक शिक्षा, गुड मार्निंग महासमुंद जैसे अन्य विभागों में भी नवाचार अपनाए गए हैं। निधि छिब्बर ने बैठक के बाद जिला चिकित्सालय पहुंच कर पोषण पुनर्वास केंद्र का अवलोकन कर व्यवस्था का जायज़ा लिया। उन्होंने कहा निर्माणाधीन पोषण पुनर्वास केंद्र की प्रगति देगी। जल्द पूरा करने कहा ।

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