बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा), 24 सितंबर। कोटा थाना में नवरात्र, दशहरा को मद्देनजर रखते हुए शांति समिति का बैठक रखी गई।
बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों , कोटा एडीओपी आशीष अरोरा, कोटा तहसीलदार प्रजांल मिश्रा, कोटा थाना प्रभारी दिनेश चन्द्रा,नायब तहसीलदार, बिजली विभाग प्रदीप साहू, स्वास्थ्य विभाग, कोटा नगर पंचायत,और कोटा नगर के गणमान्य नागरिक,और अलग अलग राजनीतिक पार्टी नेता व नगर सभी वार्डों के दुर्गा उत्सव समिति के सदस्यों की मौजूदगी में कोटा तहसीलदार प्रजांल मिश्रा ने बिलासपुर कलेक्टर सौरभ सिंह के आदेशो को पढक़र सुनाया सभी समितियों को एसडीएम कार्यालय से पंडाल का अनुमति लेना अनिवार्य है,और आम रास्ते को जाम नहीं करना है, सभी को रात 10 बजे तक लाउडस्पीकर चलाने की अनुमति दी गई है, इसके बाद तेज आवाज में लाउडस्पीकर चलाया गया तो नियमानुसार कार्रवाई होगा , और सभी को छत्तीसगढ़ शासन के आदेश को पालन करना चाहिए ताकि आमजन को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होना चाहिए,सभी दुर्गा उत्सव समिति, देवी मंदिरों को समय में दशहरा के दूसरे , तीसरे दिन सभी एक साथ विसर्जन किया जाना है ,।
दुर्गा समिति और नगर के गणमान्य नागरिक द्वारा नगर के जर्जर हालत में सडक़ को सुधारने और भारी वाहनों की आवगमन की व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग किया, नवरात्र, दशहरे के त्यौंहार में किसी भी प्रकार के अप्रिय घटनाएं ना हो इसके लिए चौक चौराहों पर पुलिस बल की तैनात की मांग किया।
सभी को कोटा थाना प्रभारी दिनेश चन्द्रा ने पर्याप्त संख्या में पुलिस बल रहने की बात कही गई, सभी को समितियों को सोशल मीडिया की ग्रुप बनाकर कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने की बात किया गया।
शांति समिति में दुर्गा उत्सव समिति के सुविधा अनुसार इस बार बंधवा तलाब विसर्जन के क्रेन की व्यवस्था विशेष रूप किया जा रहा है, तलाब परिसर पचरी की साफ़ सफाई व्यवस्था और प्रकाश की व्यवस्था की जानकारी दी गई ताकी किसी प्रकार से विसर्जन में परेशानी नहीं होगी। बैठक में कोटा नगर पंचायत ससांद प्रतिनिधि प्रदीप कौशिक, विधायक प्रतिनिधि विकास सिंह ठाकुर, संतोष गुप्ता, नरेन्द्र गोस्वामी अधिवक्ता, ग्लोबल जर्नलिस्ट एण्ड मिडिया संघ के प्रदेश अध्यक्ष हरीश चौबे, देवेन्द्र कश्यप, आनंद अग्रवाल,रामनारायण यादव नंदू पत्रकार, जावेद खान, प्रेम सोमवंशी, गायत्री साहू, सहित सभी दुर्गा उत्सव समिति के सदस्य और कोटा थाना स्टाफ मौजूद रहे हैं।