सरगुजा
पिता-पुत्र को किया जख्मी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 24 सितंबर। अंबिकापुर वनमंडल क्षेत्र में हाथियों का उत्पात दूसरे दिन भी जारी रहा। शहर से लगे ग्राम भकुरा व परसा क्षेत्र में तीन हाथियों ने उत्पात मचा रखा है।
शुक्रवार की शाम को एक हाथी ने पिता-पुत्र को जख्मी कर दिया है। दोनों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया है। हाथियों ने घर को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है। वहीं वन विभाग का कहना है कि हमला करने के बाद हाथी बलरामपुर जिला की ओर निकल चुके हैं।
गौरतलब है कि जशपुर जिले से दो हाथी अपने एक शावक के साथ सरगुजा में घुस कर उत्पात मचा रहा है। बतौली और लुंड्रा वन परिक्षेत्र में फसलों को नुकसान पहुंचाने के बाद पिछले दो दिन से तीनों हाथी अंबिकापुर वनमंडल क्षेत्र में उत्पात मचाया। गुरुवार की रात को खेत में मक्के की फसल की रखवाली मचान पर चढक़र एक महिला पति के साथ कर रही थी। एक हाथी ने महिला को कुचल कर मार डाला था, वहीं मक्के की फसल को भी रौंद दिए थे।
इसके बाद शुक्रवार को ग्राम परसा में भी उत्पात मचाया। ग्राम परसा निवासी धरमपाल विश्वकर्मा अपने 9 वर्षीय पुत्र के साथ शुक्रवार की शाम को घर में था, तभी एक हाथी इसके दरवाजे के सामने आ गया। हाथी को देख कर दोनों डर गए। भागने की कोशिश की, पर घर के सामने दरवाजे पर खड़े हाथी को देख कर हिम्मत नहीं किया। इसके बाद हाथी ने घर की दीवार को ढहा दिया। इस दौरान धरमपाल ने अपने बेटा को कंधे पर लेकर भागने की कोशश की। जैसे ही घर से बाहर निकाला हाथी ने सुंड़ से लपेटने की कोशश की। हाथी के सुड़ के हमले से बच्चा जख्मी हो गया और कुछ दूर फेंका गया।
इस दौरान जख्मी अवस्था में बच्चा चिल्लाते हुए भागने लगा। चिल्लाने की आवाज सुनकर वन हमला सायरन बजाते हुए पहुंचे और हाथी को भगाया। इस दौरान पिता को भी हाथी अपने सुंड़ से उठाकर फेंक दिया। वन विभाग की टीम ने पिता-पुत्र दोनों को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया है। बताया जा रहा है कि हाथी बलरामपुर की ओर निकल गए हैं।