महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सरायपाली, 25 सितंबर। ब्लॉक के उड़ीसा सीमा से लगे के गांवों के मवेशियों में लम्पी वायरस का खतरा मंडराने लगा है, जिसे लेकर पशु विभाग भी सतर्क हो गया कुछ गांवों में मवेशियों में टिके भी लग चुके हैं और कुछ गांवों में टीका लगाने का कार्य आज भी जारी है, फिलहाल ब्लॉक में इस वायरस से संक्रमित एक भी मवेशियों में लक्षण नहीं मिला है,लेकिन एहतियात बरती जा रही है, उड़ीसा सीमा से लगे गांवों के मवेशियों में टीके लगाने का कार्य जारी है।
जानकारी अनुसार उड़ीसा क्षेत्र के गांवों की मवेशियों में लम्पी वायरस से संक्रमित होने की सूचना मिल रही है,चूंकि उड़ीसा सीमा से सरायपाली ब्लॉक का आधा हिस्सा जुड़ा है, इसलिए सरायपाली के उड़ीसा बॉर्डर के गांव के मवेशियों में इस वायरस के फैलने का खतरा अधिक है, खतरे को भांपते हुए पशु विभाग सतर्क हो गया है और बॉर्डर से लगे गांवों सिरपुर, सिरबोड़ा,सोनपुर,राजाडीह में मवेशियों को संक्रमण से बचाने (गोट टॉक्स) टीका लगाया जा चुका है, और बॉर्डर सीमा से लगे अन्य गांवों में टीका लगाने का कार्य भी जोर शोर से चल रही है, पशु विभाग द्वारा अभी तक लगभग 700 मवेशियों को टीका लगाया जा चुका है,पशु विभाग ने दावा किया है कि उड़ीसा सीमा से लगे गांवों के मवेशियों में भी अभी तक इस वायरस से संक्रमण के लक्षण अभी तक सामने नहीं आए हैं, ज्ञात हो कि यह बीमारी मवेशियों में 3 वर्ष पूर्व ब्लाक के ग्राम सानपंधी में सामने आया था, उसके पहले और ना ही उसके बाद अभी तक इस बीमारी से पीडि़त एक भी मवेशी ब्लॉक में सामने नहीं आया है, चूंकि यह जीवाणु जनित वायरस है और एक मवेशी के सम्पर्क में आने से दूसरे मवेशी में फैलता है,इसलिए पशुपालकों को विभाग द्वारा लक्षण दिखने पर संक्रमित मवेशी से अन्य मवेशियों का दूरी बनाए रखने की भी सलाह दी जा रही है।
संक्रमित मवेशियों में दिखते हैं यह लक्षण
जानकारी अनुसार इस लम्पी वायरस से संक्रमित मवेशियों के शरीर में जगह-जगह गांठ बन जाता है, मवेशी खाना-पीना बंद कर देते है, बुखार आता है,लार टपकता है,गाय दूध देना बंद कर देती है,शरीर कमजोर हो जाते है।
विदेशी नस्ल की मवेशी में मृत्यु दर अधिक
यह भी जानकारी मिली है कि लम्पी वायरस,देशी,विदेशी दोनों नस्ल के मवेशियों में सामने आते हैं,लेकिन दोनों के संक्रमित मवेशियों की मृत्यु दर की बात करें तो देशी में कम,विदेशी नस्ल में अधिक सामने आया है।
लम्पी वायरस से मवेशियों को बचाने उड़ीसा सीमा से लगे गांवों में लगाया जा रहा टीका
इस संबंध में पशु चिकित्सा सहायक संलग्ज्ञ दुर्गा ठाकुर से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मवेशियों को लम्पी वायरस के संक्रमण से बचाने वेक्सीनेशन का कार्य अभी जारी है,लेकिन ब्लॉक में अभी तक एक भी इस वायरस से संक्रमित मवेशी नहीं मिले हैं, 3 वर्ष पूर्व ब्लॉक के सानपंधी में मामला सामने आया था, उसके बाद से अभी तक नहीं आया है,चूंकि यह वायरस उड़ीसा में सामने आया है,इसलिए उडीसा सीमा से लगे गांव के मवेशियों में टीकाकरण का कार्य जारी है।