सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 26 सितंबर। शक्ति की भक्ति का महापर्व शारदीय नवरात्र सोमवार से प्रारंभ हो गया है। नवरात्र पर नगर के शक्तिपीठ महामाया मंदिर, दुर्गा मंदिर व कुदरगढ़ धाम में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा।
लोगों की भीड़ सुबह 5 बजे से ही देवी मंदिरों में दिखाई दी, सुबह 10 बजे होते-होते हजारों की संख्या में लोग माता के दर्शन करने पहुंचे हुए थे। नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना के साथ मां दुर्गा के शैलपुत्री स्वरूप की पूजा की गई। शारदीय नवरात्र को लेकर पूरे 9 दिन मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ेगी।
कोरोना काल में मंदिरों में लगी पाबंदियों के हटने के कारण लगभग 3 वर्ष बाद श्रद्धालु देवी शक्तिपीठों में मां आदि शक्ति के प्रत्यक्ष दर्शन का लाभ लिया। नवरात्र पर देवी मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना ज्योति कलश स्थापना व भंडारा का आयोजन भी किया गया है।
शारदीय नवरात्र के अवसर पर अम्बिकापुर नगर के सभी देवी मंदिरों में आस्था के दीप प्रज्वलित किए गए।
गौरतलब है कि नवरात्रि के समय में मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती थी, लेकिन पिछले दो साल से कोरोना संक्रमण के कारण शारदीय नवरात्र में श्रद्धालुओं को मंदिर आने की अनुमति नहीं थी, लेकिन इस बार भक्तों ने माता के दर्शन किए व आशीर्वाद लिया।
सोमवार को नवरात्र के पहले दिन मंदिर समिति द्वारा मनोकामना ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किए गए। शहर के महामाया मंदिर, गौरी मंदिर, दुर्गा मंदिर व समलाया मंदिर, वन देवी मंदिर, काली मंदिर समेत अन्य देवी मंदिरों में ज्योति कलश प्रज्जवलित किए गए। नगर के महामाया मंदिर में घृत कलश के लगभग 1800 व तेल के 3000 ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किए गए।
जगह-जगह आकर्षक पंडाल और झांकिया सजाकर माता रानी की स्थापना की गई
अम्बिकापुर शहर में जगह-जगह आकर्षक पंडाल व झांकियां सजाकर मां दुर्गा की स्थापना विधिवत पूजा-अर्चना कर की गई। नौ दिनों तक माता रानी के जयकारों के साथ-साथ आरती की स्वरलहरियां गूंजेंगी। शारदीय नवरात्र का उत्साह शहर में नजर आने लगा है। नगर में विभिन्न समितियों द्वारा आगामी दिनों में जगराता कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है।