महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 27 सितम्बर। सडक़ दुर्घटना को रोकने, लोगों को नियम का पालन कराने और हेलमेट लगाने के लिए सोमवार को जिदंगी ना मिलेगी दोबारा की थीम पर महासमुंद जिले में यातायात जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
जिले की यातायात विभाग ने सडक़ दुर्घटना में पिछले 8 महीने में हुई मौतों का आंकड़ा जारी किया है। इसके मुताबिक जनवरी से लेकर अगस्त तक कुल 191 मौतें हुई हैं। वहीं सितंबर में अब तक 5 लोगों ने सडक़ दुर्घटना में अपनी जान गंवाई है। पुलिस के मुताबिक ज्यादातर मामलों में चालक ने हेलमेट नहीं पहला था। नियमों की अनदेखी और संकेतकों को न समझने से भी दुर्घटनाएं हुईं। लेकिन मौत के ज्यादातर मामलों में हेलमेट नहीं लगाना बड़ी वजह बनकर सामने आई है।
कल दोपहर महासमुंद के शंकराचार्य सभागार में पुलिस विभाग की ओर से जिंदगी ना मिलेगी दोबारा की थीम पर यातायात जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने स्थानीय निवासियों व छात्रों को यातायात से जुड़े नियमों की जानकारी देते हुए उनके शत प्रतिशत पालन की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि मां बाप बच्चे को उनकी हर खोई हुई चीज दिला सकते हैं, जिंदगी नहीं। अपनों की क्षत-विक्षत लाशें देखना सबसे ज्यादा तकलीफ देह होता है। इसलिए सडक़ पर धीरे चलें। इस दौरान यातायात जागरूकता के लिए बाइक रैली भी निकाली गई।
कार्यक्रम स्थल शंकराचार्य सांस्कृतिक भवन स्कूली और कॉलेज के बच्चों से खचाखच भरी हुई थी। मंचस्थ अतिथियों बीज निगम अध्यक्ष अग्नि चंद्रकार, छलीवुड कलाकार अनुज शर्मा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ रश्मि चंद्रकार,महामंत्री संजय शर्मा, पार्षद गुरमीत चावला, युवा नेता हर्षित चंद्राकर,कलेक्टर नीलेश कुमार क्षीरसागर, जिपं सीईओ एस आलोक, डीएफओ पंकज राजपूत का पुलिस मित्र और अधिकारियों ने बैच लगाकर स्वागत किया।
स्वागत उदबोधन में एएसपी आकाश राव ने दुर्घटना से देर भली का संदेश देते हुए कहा कि दुर्घटना बहुत दु:खद होती है। इस जागरूकता कार्यक्रम से सभी यातायात नियमों का पालन करना सीखकर जाएंगे। कार्यक्रम के अति विशिष्ट अतिथि छालीवुड कलाकार पदमश्री अनुज शर्मा ने छत्तीसगढ़ी में उदबोधन देते हुए मनोरंजक अंदाज में यातायात जागरूकता की सीख दी। उन्होंने कहा कि जब घर से निकलो मां बाप को याद करके निकलो। घर में कोई इंतजार कर रहा, यह ध्यान रखें तो दुर्घटना नहीं होगी। जीवन में आगे बढऩे का माद्दा रखें, लेकिन शार्ट कट और कट मारकर नहीं अवसर मिलते ही बढ़े।
मुख्य अतिथि अग्नि चंद्रकार ने कहा कि यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर किसी भी नेता को सिफ ारिश नहीं करना चाहिए। कुछ जनप्रतिनिधि ऐसा समझ जाते हैंंं, जैसे वे कभी पद से नहीं उतरेंगे। पुलिस के हर काम में हस्तक्षेप करते रहते हैं। दुर्घटना रोकने के लिए नशावृत्ति कम होना चाहिए। हादसे का एक बड़ा कारण नशा की बढ़़ती लत है। सडक़ हादसे में निर्दोष मारे जाते हैं। नशा कर वाहन चलाने वाले को सख्ती से रोकने की जरूरत है। रात में नशा करके लोग सडक़ पर निकलते हैं। कोरोना जितना भयावह है, सडक़ दुर्घटना उससे कहीं ज्यादा खतरनाक है।
विशिष्ट अतिथि डॉ रश्मि चंद्रकार ने कहा कि जरा सोचिए आपके माता-पिता को चिथड़े में लाश मिलेगी, तो उन पर क्या बीतेगी। यातायात नियमों का पालन करें। दूसरों के लिए भी आदर्श बनें। उन्होंने आत्महत्या नहीं करने भी प्रेरित किया। ओवर स्पीड वाहन चलाकर मौत को गले लगाने को भी एक तरह का आत्महत्या निरूपित किया।
कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर ने कहा कि आंकड़ों से पता चलता है कि जितनी मौतें कोरोना से नहीं हुई, उससे ज्यादा सडक़ दुर्घटना के कारण हो रही है। ज्यादातर लोग शाम 6 से 10 बजे शराब, नशा करके चलते हैं। जो दुर्घटना का कारण बनता है। उन्होंने आपबीती मनोरंजक ढंग से सुनाई। छोटा कद काठी होने से कॉलेज लाइफ में उन्हें बच्चा समझकर पुलिस रोक लेती थी। तब चालान की कार्यवाही से बचने हेलमेट पहनने लगे। धीरे-धीरे हेलमेट पहनने की आदत हो गई। ऐसे ही सभी आदत बनाएं। सभी लोग यातायात नियमों का पालन करें। इसके लिए पुलिस जन-जन को जागरूक कर रही है।
जिला पंचायत सीईओ एस आलोक ने भी संबोधित किया। संचालन राजेश शर्मा ने किया। इस अवसर पर विभिन्न विद्यालय- महाविद्यालय से आए बच्चों और शिक्षकों के साथ ही अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।
यातायात जागरूकता पर वीडियो लांच किया गया। जनजागरण के लिए मोटरसाइकिल रैली भी निकाली गई।
यातायात विभाग के मुताबिक सडक़ दुर्घटना के दौरान ज्यादातर मौतें हेलमेट नहीं पहनने की वजह से हो रही है। वहीं ओवर स्पीडिंग और नियमों की अनदेखी सडक़ दुर्घटना के मुख्य कारण हैं। लोगों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता का अभाव होने की वजह से वे खुद हादसे का शिकार होते हैं साथ ही दूसरों की जान को भी जोखिम में डालते हैं। लिहाजा यातायात नियमों के प्रति नई पीढ़ी को जागरूक करने एक खास कार्यक्रम जिंदगी मिलेगी न दोबारा का आयोजन हुआ।
महासमुंद जिले को ओडिशा से जोडऩे वाले नेशनल हाईवे एनएच.353 औ र 53 में 11 ब्लैक स्पॉट घोषित किए गए हैं तथा 1 ग्रे स्पॉट भी है जिनमें ज्यादातर लोग दुर्घटना के शिकार होते हैं। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कुहरी मोड़, छिल्पावन चौक से बस स्टॉप झलप, डोंगरीपाली से टेका पहाड़ी, बितंगीपाली कॉलेज पेट्रोल पंप, न्यू गिल ढाबा से साल्हेतराई स्कूल, पचेड़ा, हाड़ाबंद, खोपली पड़ाव, मेमन पोल्ट्री फार्म, कसहीहबाहरा, टेमरी में प्राइमरी स्कूल से काली मंदिर, सुअरमाल चौकड़ी ये 11 स्थान ब्लैक स्पॉट में शामिल हैं। जिले में पिछले साल की तुलना में अभी 4 ब्लैक स्पॉट बढ़ गये हैं और 1 ग्रे स्पॉट बोरियाझर में है जहां लोग अक्सर दुर्घटना का शिकार होते हैं।