महासमुन्द

छातीम फूल के तीक्ष्ण गंध से लोग परेशान टहनियों को कटवाने की उठने लगी मांग
28-Sep-2022 9:30 PM
 छातीम फूल के तीक्ष्ण गंध से लोग परेशान टहनियों को कटवाने की उठने लगी मांग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

सरायपाली, 28 सितंबर। शहर के मुख्य मार्ग के किनारे लगे छातीम पेड़ में इन दिनों फूल खिला हुआ है,उसकी तीक्ष्ण गंध लोगों को विचलित कर रहा है, उसके गंध से एलर्जी व अस्थमा के मरीजों को खतरा बना हुआ है, सबसे अधिक लोगों को परेशानी रात में हो रही है,रात में इसके फूलों से इतनी अधिक गंध आती है लोग फूल के तीक्ष्ण गंध से परेशान है।

 सडक़ किनारे शहर में छातीम नामक पौधा का पूर्व नगर पालिका कार्यकाल में रोपण किया गया था। किस उद्देश्य से उक्त पौधे का रोपण किया गया समझ से परे है, जैसे ही छातीम पेड़ से फूल आना शुरू हुआ,तो उसके गंध से लोगों को परेशानी होनी शुरू हुई, प्रतिवर्ष नगर पालिका के द्वारा पेड़ के टहनियों की छटाई भी की जाती है।

वर्तमान में देखा जा रहा है कि उसके गंध से लोगों के सिर दर्द, शरीर में एलर्जी व अस्थमा के मरीजों को परेशानी हो रही है,विगत 26 सितंबर से नवरात्रि भी प्रारंभ हो गई है, काफी तादाद में भक्त माता का दर्शन करने जगह-जगह विराजित माता के दरबार पहुंच रहे हैं, वे इस फूल के गंध के शिकार हो रहे हैं।

इसके अलावा बस स्टैंड, पुराना सरकारी अस्पताल के समीप, सेंट्रल बैंक के समीप, नगरपालिका के सामने आदि स्थानों पर स्थित पेड़ में खूब फूल खिला हुआ है, जिससे प्रतिदिन उस मार्ग से आवाजाही करने वाले सैकड़ों लोग फुल के गंध का सामना कर रहे हैं। सबसे अधिक फूल से गंध रात में आती है, शाम होते ही इस फुल के गंध लोगों को इतना विचलित करती है कि पेड़ के नजदीक 5 मिनट रुक जाना खतरे से कम नहीं है।

नगरवासी नगर पालिका से उक्त पेड़ की छटाई करने की मांग करने लगे हैं, पेड़ के नीचे व आसपास स्थित दुकानदारों को फुल के गंध से भारी परेशानी हो रही है।

फूल के गंध से एलर्जी होने, दमा का दौरा पडऩे का खतरा-बीएमओ

इस संबंध में खंड चिकित्सा अधिकारी बीबी कोसरिया से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि छातीम के फूल का गंध से अस्थमा व दमा का दौरा पडऩे व लोगों में एलर्जी होने का अधिक खतरा है, फूल के गंध एलर्जी और अस्थमा मरीजों के लिए खतरा बना हुआ है।

टहनियों की करवायी जाएगी छटाई-शर्मा

मुख्य नगरपालिका अधिकारी अशोक शर्मा से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अगर शहर वासियों को छातीम के फूल से परेशानी हो रही है, तो उसकी टहनी की छटाई करवाई जाएगी, बहुत जल्द लोगों को इससे राहत मिल जाएगी।

औषधि के रूप में किया जाता है छातीम का उपयोग- चेलक

इस संबंध में वनस्पति शास्त्र विभागाध्यक्ष डॉक्टर ईपी चेलक शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद ने बताया कि उक्त पौधे का हिंदी नाम छातीम है,जिसे सप्तपर्णी भी कहते हैं, इसका वानस्पतिक नाम एलस्टोनिया स्कॉलरिस है,इसका उपयोग औषधि एवं अन्य चीज के लिए किया जाता है, इसके पेड़ों में फुल लगने के दौरान इससे निकलने वाले परागकणों में तेज गंध होती है,जिसका असर दमा,अस्थमा, एलर्जी के मरीजों को ज्यादा पड़ता है।

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