कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 29 सितंबर। जिला कार्यालय में एनीमिया मुक्त कोण्डागांव अभियान के अंतर्गत जन भागीदारीता द्वारा इसके संचालन व समन्वय हेतु एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया था।
इस प्रशिक्षण में पंचायत विभाग के विकासखण्ड पंचायत संसाधन समन्वयक, युवोदय कोंडानार अभियान के विकासखण्ड कार्यक्रम समन्वयक व युवोदय के स्वयं सेवकों ने हिस्सा लिया। जिसमें उन्हें जिला प्रशासन द्वारा जिले से एनीमिया से पीडि़त महिलाओं और किशोरियों की जांच, उपचार हेतु कलेक्टर दीपक सोनी के मार्गदर्शन में प्रारंभ किये गये।
एनीमिया मुक्त अभियान अंतर्गत ऐप द्वारा एनीमिक क्षेत्रों के चिन्हांकन व ऐसे क्षेत्रों में जन जागरूकता हेतु समुदाय में सामुदायिक व्यवहार परिवर्तन अभियान को जन भागीदारीता से संचालित करने के संबंध में जानकारी दी गई। जिसमें बताया गया कि, किस प्रकार लोगों की छोटी-छोटी आदतों में परिवर्तन से स्वस्थ समाज का निर्माण किया जा सकता है। जिसके लिए उन्हें जन सहयोग लेते हुए गांव-गांव में जागरूकता हेतु कार्यक्रम जैसे नुक्कड़ नाटक, दीवार लेखन, रैली के माध्यम से प्रचार करने का प्रशिक्षण दिया गया।
इस अभियान के तहत प्रशिक्षण प्राप्त बीपीएससी अपने-अपने विकासखण्डों में जाकर सरपंच, सचिवों व जनप्रतिनिधियों को एनीमिया मुक्त कोण्डागांव अभियान की जानकारी देने के साथ उसे ऐप के संचालन की जानकारी देंगे साथ ही गांव की संस्थाओं को एनीमिया मुक्त बनाने हेतु ग्राम स्तर पर नवाचारी प्रयोग करने के लिए भी जनप्रतिनिधियों को अग्रसर करेंगे।
वहीं युवोदय कोंडानार के स्वयंसेवकों को विकासखण्ड समन्वयकों द्वारा प्रशिक्षण देकर विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा जागरूकता प्रसार किया जायेगा। जिला प्रशासन द्वारा जिले में एनीमिक महिलाओं व किशोरियों की जांच, उपचार द्वारा कोण्डागांव को स्वस्थ बनाने के लिए एनीमिया मुक्त अभियान प्रारंभ किया गया है।
इस अभियान में मिशन के रूप में कार्य करते हुए प्रथम चरण में 15 से 25 वर्ष तक की स्कूली छात्राओं की हीमोग्लोबिन जांच कर एनीमिया छात्राओं को आयरन फोलिक एसिड की गोलियां प्रदान की जाएगी साथ ही ऐसे संस्थानों में रिकॉल पद्धति का प्रयोग कर नोडल शिक्षकों के माध्यम से बच्चों को खाने पर विशेष ध्यान देने हेतु जागरूक किया जाएगा।