रायपुर
रायपुर, 30 सितंबर। मेडिकल कॉलेज के शिक्षकों ने गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से मिलकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया है। उन्होंने बताया कि सरकार के आदेश के तीन साल बाद भी 7वें वेतनमान में वेतन निर्धारण में सुधार की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है। यह भी कहा है कि प्रायवेट प्रैक्टिस करने के एवज में अव्यवसायिक भत्ता मंजूरी के लिए विकल्प प्रस्तुत करने का प्रावधान होना चाहिए।
मेडिकल शिक्षक एसोसिएशन के चेयरमैन डॉ. अरविंद नेरल, और डॉ. जया लालवानी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव से चर्चा की। उन्होंने कहा कि संतान पालन अवकाश का अनुमोदन और आदेश वर्तमान में प्रशासकीय विभाग के द्वारा किया जा रहा है। प्राय: यह देखा गया है कि आवेदिका द्वारा प्रस्तुत किया गया आवेदन उचित माध्यम से शासन तक पहुंचने में काफी समय व्यतीत हो जाता है। इस अवकाश की सुविधा का लाभ महिला चिकित्सा शिक्षक नहीं ले पाते हंै। आवेदनों का निराकरण कार्यालय प्रमुख अथवा विभाग प्रमुख के द्वारा करवाने संबंधी जरूरी कार्रवाई का आग्रह किया है।