महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सरायपाली, 1 अक्टूबर। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत विगत 15 जुलाई से 75 दिनों तक नि:शुल्क लगने वाले बूस्टर डोज का आज 30 सितंबर अंतिम दिवस था, सभी स्वास्थ्य केंद्रों को लक्ष्य निर्धारित किया गया था, सरायपाली स्वास्थ्य केंद्र को 143119 लोगों को प्रिकॉशन डोज लगाने लक्ष्य दिया गया था, जिसका पीछा करते हुए स्वास्थ्य कर्मचारी 84355 लक्ष्य का 58त्न लोगों को ही डोज लगाने में सफल हो पाए।
कोरोना संक्रमण से बचने लोगों ने जिस तरह से प्रथम व द्वितीय डोज टीकाकरण लगाने में सक्रियता दिखाई, तृतीय डोज (बूस्टर डोज) लगाने में लोगों ने कोई विशेष रुचि नहीं दिखाई और ना ही विभाग के अधिकारी लोगों को बूस्टर डोज को शत-प्रतिशत करने में सफल हो पाए, यही कारण है कि सरायपाली में मात्र 58 फीसदी हितग्राहियों को ही प्रिकॉशन डोज लग पाया और अभी भी 42 फीसदी हितग्राहियों को बूस्टर लगाना शेष है, शेष बचे लोगों को अब शुल्क देकर बूस्टर डोज लगाना होगा, आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 58 फीसदी लोग ही नि:शुल्क डोज लगाने में सफल हो पाए। यह भी जानकारी मिल रही है कि कुछ दिनों तक वैक्सीन की कमी के कारण टीकाकरण कार्य प्रभावित हुआ था जिसके चलते टीकाकरण लक्ष्य से 42 फीसदी पिछड़ गया।
संक्रमण में आई गिरावट का असर पड़ा बूस्टर डोज पर
लोगों द्वारा बूस्टर डोज में सक्रियता ना दिखाने के पीछे यह भी बात सामने आ रही है कि,संक्रमण दर में कमी व लोगों में कोरोना को लेकर कोई विशेष डर न होने के चलते निशुल्क लगाने में भी आगे नहीं आए। अब 1 अक्टूबर से बूस्टर डोज लगाने वालों को लगभग 300 रु. शुल्क अदा करना पड़ेगा।