दुर्ग

बापू को नमन किया, लेकिन प्रतिमा नहीं हुई मरम्मत
02-Oct-2022 10:01 PM
बापू को नमन किया, लेकिन प्रतिमा नहीं हुई मरम्मत

चमकते फ्लैश और महंगे मोबाइल से स्नैप तैयार होते ही सोशल पेज पर वायरल
कांग्रेसी विधायक, महापौर, पार्षद सभी को आया देख बापू मुस्कुराते रहे

भिलाई नगर, 2 अक्टूबर। आज मोहनदास करमचंद गांधीजी की जयंती दुर्ग जिले में अनेक स्थलों पर मनाई गई। राष्ट्रपिता बापू को याद करते हुए उनकी सादगी और सहृदयता का स्मरण करते हुए कई राजनीतिक सामाजिक हस्तियों ने उन्हें याद करते हुए अपने विचार भी व्यक्त किए। सुबह से लेकर शाम तक जहां जहां गांधीजी की प्रतिमा है, लोग श्रद्धांजलि दे फोटो खिंचवा सोशल मीडिया पर वायरल भी करते रहे।

दुर्ग नगर निगम परिसर और कलेक्टोरेट के समीप भी बापू की एक प्रतिमा वर्षों से स्थापित है। इस प्रतिमा के ठीक सामने संभाग के आयुक्त का दफ्तर भी है।

हैरानी की बात यह है कि देखरेख के अभाव में बापू की प्रतिमा खंडित हो चुकी है, आज इस खंडित प्रतिमा पर भी लोगों की श्रद्धा उमडी़ नतीजतन प्रतिमा के गले में फूल माला पहनाते कैमरे के चमकते फ्लैश और महंगे मोबाइल से लिए गए स्नैप तैयार होते ही सोशल पेज पर वायरल करने और तस्वीर शेयरिंग का दौर दिन भर देखा गया, बस नहीं दिखी तो प्रतिमा की खंडित हो चुकी बापूजी की नाक।

सुबह जमीनी कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ता आए, पार्षद आए, महापौर आए, विधायक जी भी आए और माला अर्पण कर फोटो खिंचा चले गए। फोटो अच्छी आई या नहीं, कैमरा हिल तो नहीं गया, भीड़ की तस्वीर में किनारे खड़ा कोई नेता स्नैप में कट तो नहीं गया, सभी पहलुओं पर फोटो सेशन के दौरान ध्यान दिया गया होगा लेकिन बापू की खंडित मूरत पर कोई कुछ भी नहीं बोला। यकीनन यह चर्चा का विषय थोड़े ही था फिर भी बापूजी की प्रतिमा मुस्कुराती ही रही।
 
जयंती पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे दुर्ग जिले से विधायक और पूर्व युवा आयोग के अध्यक्ष अरूण वोरा, महापौर चैम्बर को लाखों खर्च कर हाईटेक और सुंदर बनवाने वाले महापौर धीरज बाकलीवाल सहित तमाम कांग्रेसी पार्षद गांधीजी की प्रतिमा पर हार चढ़ाने के बाद तस्वीर खिंचवाते रहे। जिन जिन हाथों में माला थी, एक एक कर लोग बापूजी को पहना गए। हर चेहरे पर और फोटो में गांधीजी के लिए श्रद्धा के भाव थे जरूर, मगर खंडित प्रतिमा के दर्द से सभी अछूते ही रहे।
 
ऐसा नहीं कि सभी नेता पहली बार यहां आए थे, बिल्कुल नहीं, बापू की प्रतिमा है ही ऐसी जगह कि हर दिन सभी का आना जाना यहां से ही होता है फिर भी खंडित प्रतिमा आज भी किसी के मन को वो भाव नहीं दे सकी कि इसे बदल नई प्रतिमा के लिए कुछ शब्द ही सही, वो खर्च कर पाते। यकीनन विश्वास था कि उनकी जेब में रखे नोट पर छपे बापूजी की छवि बिल्कुल सही सलामत है। नेता तो नेता जिला और निगम प्रशासन को भी कम से कम आज तो इस खंडित प्रतिमा के लिए सोचना था, मगर ये हो न सका और अब ये आलम है कि किसके मोबाईल की फोटो ज्यादा अच्छी आती है, इस पर चर्चा हो।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news