दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 4 अक्टूबर। क्वांर नवरात्र पर्व के पावन अवसर पर श्रीसत्तीचौरा माँ दुर्गा मंदिर गंजपारा दुर्ग में आयोजित 9 दिवसीय 9 कुंडीय शतचंडी महायज्ञ में अष्टमी के अवसर पर मंदिर में विराजमान माँ दुर्गा को 56 भोग चढ़ाया गया। 56 भोग दोपहर 12 बजे लगाया गया एवं 56 भोग को आकर्षित साज-सज्जा के साथ सँध्या आरती के समय सजाया गया, जो कि आकर्षण का केंद्र रहा। गंजपारा वासी एवं शहर के धर्मप्रेमी अपने अपने घरों से 56 भोग के लिए प्रसादी बनाकर लाये थे, 56 प्रकार के मिष्ठान, नमकीन,पूड़ी, सब्जी, खीर एवं हलवा भी 56 भोग के साथ रखा गया।
समिति के सदस्य योगेन्द्र शर्मा बंटी ने बताया कि शतचंडी महायज्ञ में अष्टमी के अवसर पर हजारों की सं या में धर्मप्रेमियों ने यज्ञ की अपनी मनोकामना अनुसार सामग्री लेकर 108 परिक्रमा किये। भारी सं या में धर्मप्रेमियों के आ जाने से थोड़ी थोड़ी देर रोक के लोगो को क्रम से यज्ञ में जाने एवं परिक्रमा का अवसर दिया गया। क्वांर नवरात्र पर्व में माता का सबसे बड़ा प्रभावशाली शतचंडी यज्ञ होने के कारण पूरे प्रदेश के दूर दूर से धर्मप्रेमी यज्ञ में आहुति देने एवं यज्ञ की परिक्रमा करने सत्तीचौरा पहुँचे।
अष्टमी के हवन में ताम्रध्वज साहू केबिनेट मंत्री छत्तीसगढ़ शासन, विधायक अरुण वोरा विशेष रूप से उपस्थित हुए, जिनके द्वारा यज्ञ में आहुति दी गयी एवं यज्ञ की परिक्रमा किये। समिति के सदस्यों ने माता की चुनरी एवं महिला सदस्यों ने प्रतीक चिन्ह मोमेंटो भेंट करके स मान किया।
यज्ञ में आचार्य दिवाकर शास्त्री ने बहुत ही ज्ञानवर्धक उपदेश किये जिससे प्रत्येक यज्ञकर्ता एवं श्रोता को धर्म एवं यज्ञ आदि विषयों का ज्ञान हुआ। आचार्य दिवाकर जी तर्क पूर्वक घोषणा करते हैं कि जो भी व्यक्ति यज्ञ करेगा वह निर्धन नहीं हो सकता। यज्ञ करने से आर्थिक उन्नति अवश्य होती है। आयोजन में प्रवीण भाई आढ़तिया, गौतम जैन, आशीष अग्रवाल, आनंद जैनस बाबा तिवारी, ऋषभ जैन, ईशान शर्मा, अजय मिश्रा, सोनल सेन, संजय शर्मा, गायत्री शर्मा, प्रेमलता शर्मा, किरण शर्मा, जूही चौबे,आलोक चांडक एवं सैकड़ो धर्म प्रेमी, सदस्य उपस्थित थे।