महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बसना, 7 अक्टूबर। बसना के ग्राम गढफ़ुलझर में कृषि जमीन की बिक्री पर नाना, और नातिन के बीच विवाद चल रहा है। नातिन ने अपने नाना की जमीन बिक्री पर आपत्ति की है। इसको लेकर कलेक्टर एसपी से शिकायत भी की। शिकायतों की वजह से जमीन के नामांतरण अटक गया है।
बताया गया कि बसना के ग्राम गढफ़ुलझर रहवासी रेशमलाल पांडे, रजनी, और रतनी पिता दशरथ पांडे ने अपने नाम की कुल रकबा 0.170 हेक्टर भूमि को बसना निवासी पवन अग्रवाल पिता प्यारेलाल अग्रवाल, और जमीन के एक हिस्से को बरोली निवासी गिरीश पिता चन्द्रभानु गजेन्द्र को बेची थी। इसका 2 लाख 52 हजार रुपये भुगतान चेक से किया गया। इस राशि का आहरण भी हो गया।
जमीन बिक्री के खिलाफ रेशमलाल पांडेय की नातिन ममता पांडेय ने कलेक्टर और एसपी से शिकायत कर खरीदी-बिक्री को फर्जी होने का आरोप लगाया है, और प्रकरण पर कार्रवाई की मांग की। बताया गया कि प्रकरण की जांच भी हुई, और विक्रेताओं ने बकायदा शपथपूर्वक बयान दिया कि बिना किसी दबाव के अपने स्वेच्छा से शासकीय दर पर बिक्री राशि का चेक प्राप्त हुआ है। यह पाया गया कि जमीन की खरीदी बिक्री में किसी भी प्रकार से कोई विवाद नहीं है।
नातिन कु ममता पांडे का उक्त भूमि पर किसी भी प्रकार से हिस्सा नहीं है क्योंकि रेशमलाल जीवित है। सबसे अहम पहलू यह है कि क्रेता बिक्रेता को कोई तकलीफ नहीं है।
इस पूरे मामले में तहसीलदार रामप्रसाद बघेल ने आपत्तियों पर ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में कहा कि आज की स्थिति में आनलाईन नामांतरण का प्रावधान है, चूंकि उक्त भूमि पर आपत्ति आने के कारण से एसडीएम न्यायालय के माध्यम से तीन माह सुनवाई के पश्चात नामांतरण की प्रक्रिया पूरी की गयी है। क्रेता-विक्रेता एवं गवाहों के कथन उपरांत नियमत: किया गया है। गिरीश गजेन्द्र के द्वारा खरीदी हुई भूमि का भी नामांतरण हो जाएगा।