बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 19 अक्टूबर। भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रवक्ता एवं भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू ने प्रदेश सरकार पर गिरी के छापों को लेकर बड़ा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि एक तरफ ईडी के छापे छत्तीसगढ़ में पढ़ रहे हैं । तो दूसरी तरफ कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता मुख्यमंत्री भी यदि को सवालों के घेरे में खड़े कर रहा है ऐसा प्रतीत हो रहा है । मानो ईडी का छापा तो आइए उसके घर में पढ़ रहे परंतु पेट दर्द कांग्रेसियों के हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में इतने बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है अब तो मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे ही देना चाहिए।
अमित साहू ने कहा कि नगद ज्वेलरी और भ्रष्टाचार के सारे सबूत मिलने के बाद भी कांग्रेस द्वारा अधिकारियों की पैरवी की जा रही है जो कि छत्तीसगढ़ के लिए काला अध्याय है। उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकारी योजनाओं को देने के लिए सरकार के पास पैसे नहीं है और दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ में सरकारी संरक्षण में भ्रष्टाचार की अपनी सारी सीमाएं लांग दी गई है।
प्रदेश प्रवक्ता अमित साहू ने कहा कि यहां पर वरिष्ठ नौकरशाह व्यापारी राजनेता और बिचौलिए जुड़े हुए हैं और छत्तीसगढ़ राज्य में परिवहन किए गए प्रत्येक टन कोयले में 25 रुपए प्रत्येक टन की अवैध वसूली कर रहे हैं।
अमित साहू ने मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस सरकार से 5 सवाल पूछे हैं उन्होंने कहा कि ईडी के प्रेस नोट में विस्तार से भ्रष्टाचार की प्रक्रिया जप्त की गई बेहिसाब राशि आभूषण नकदी की जानकारी के बाद मुख्यमंत्री इस्तीफा कब देंगे । इसके साथ ही दूसरा सवाल में उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचाार के खिलाफ चल रही लड़ाई में बाधा बनने के लिए क्या मुख्यमंत्री जी जनता से माफी मांगेंगे। क्या कांग्रेस सरकार अब यह बताएगी कि अधिकारियों राजनेताओं व्यापारियों का या भ्रष्टाचार रैकेट दस जनपथ दिल्ली में कितने रुपए पहुंचा रहा है । अधिकारियों के घर से नकदी आभूषण और अनेक बेहिसाब चीजें मिलने के बाद भी अब तक उन पर निलंबन की कार्रवाई क्यों नहीं हुई है जो लोग सरकारी पदों पर यह सरकार द्वारा मनोनीत हैं और जिन पर जांचा हुई है उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाया क्यों नहीं गया।