बीजापुर
टीएलएम मेला में जनपद स्कूल पहले स्थान पर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 26 अक्टूबर। बच्चों में खेल और नवाचारी गतिविधियों के माध्यम से सीखने की गति बढ़ाने हेतु टीएलएम के उपयोग पर स्कूलों में फोकस किया जा रहा है। टीएलएम बनाने और उसके उपयोग को बढ़ाने के लिए विकासखंड बीजापुर में समग्र शिक्षा अन्तर्गत टीएलएम मेला का आयोजन किया गया, जिसमें 23 संकुलों के 36 स्कूलों ने भाग लेकर आकर्षक नवाचारी गतिविधियों का प्रस्तुतिकरण दिया।
स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम उत्कृष्ट विद्यालय बीजापुर में आयोजित विकासखंड स्तरीय टीएलएम मेला में शिक्षक, शिक्षिकाओं ने स्वयं के द्वारा निर्मित सहायक सामाग्रियों की प्रदर्शनी लगाकर भाषायी एवं गणितीय कौशल के विकास पर शिक्षण सामग्री का प्रदर्शन किया।
टीएलएम मेला में जिला शिक्षा अधिकारी बी.आर. बघेल ने विकासखण्ड बीजापुर के शिक्षक शिक्षिकाओं के प्रस्तुति की प्रशंसा करते हुये कहा कि निश्चित रूप से सहायक शिक्षण सामग्री बनाने में शिक्षकों ने मेहनत के साथ लगन और योग्यता का परिचय दिया है। बच्चों के सीखने के लिए टीएलएम सामग्री काफी उपयोगी होता है। जिससे बच्चों में सीखने की गति तेजी से बढ़ती है।
उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों में टीएलएम सामग्री आवश्यक रूप से होना चाहिए। साथ ही बच्चों के लिए उसका उपयोग भी होना चाहिए। बीईओ मोहम्मद जाकिर खान ने सभी संकुलों के टीएलएम स्टॉल की सराहना करते हुये कहा कि सभी का प्रयास काफी अच्छा है। हमें इस प्रयास को हर सप्ताह बैगलेस डे के अवसर पर आगे बढ़ाना है।
इस अवसर पर टीएलएम मेला में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले में ज.प्रा.शा. बीजापुर, प्रा.शा. ईटपाल प्रा.शा. पनारापारा, प्रा.शा. मांझीपारा के शिक्षकों को जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा उपहार व प्रशस्ति पत्र के साथ सम्मानित किया गया। मेले में भाग लेने वाले सभी संस्थाओं को सांत्वना पुरस्कार भी दिया गया।
आयोजन को सफल बनाने में बी.आर.सी कामेश्वर दुब्बा, बी.आर.पी चितुराम बघेल सहित विकासखण्ड के संकुल समन्वयकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मेले में निर्णायक भूमिका प्राचार्य, प्रभाकर शर्मा, प्रधान अध्यापिका शशि झाड़ी एवं शिक्षिका सुनीता गोनेट ने निभाई।