मोहला मानपुर चौकी
विधायक की नाराजगी एवं आपत्ति के बाद भी आदेश नहीं हुआ निरस्त
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 28 अक्टूबर। स्कूल शिक्षा विभाग ने हाल ही में ब्लॉक के सवा सौ सहायक शिक्षकों को प्रधान पाठक में पदोन्नति दी है और उसके बाद पदोन्नत सभी प्रधान पाठकों को नवीन स्थानों में पदस्थापना दी है। पदोन्नति के बाद रिक्त स्थानों में नए प्रधान पाठकों की पदस्थापना को लेकर शिक्षा विभाग में बवाल मचा हुआ है।
आरोप है कि पदस्थापना के लिए शासन के नियमों व प्रक्रियाओं की अनदेखी की गई है। यहां तक पोस्टिंग से पूर्व काउंसलिंग भी नहीं कराया गया। दिव्यांग एवं महिला प्रधान पाठकों की प्रधान पाठकों की पदस्थापना में भी काउंसलिंग तो दूर मानवीय संवेदनाओं का भी ध्यान नहीं रख गया। शिकायत एवं आरोप है कि पदोन्नत प्रधान पाठकों को मनवांछित स्थानों में पदस्थापना देने के लिए एक-एक पद पर हजारों व लाखों का लेनदेन हो गया है।
ब्लॉक में स्कूल शिक्षा विभाग इन दिनों फिर विवादों व सुर्खियों में है। यह विवाद सहायक शिक्षक से पदोन्नत होकर प्रधान पाठक बने शिक्षकों को नवीन पदस्थापना को लेकर हो रही है।
जानकारी के अनुसार स्कूल शिक्षा विभाग ने ब्लॉक के प्राथमिक शालाओं में पदस्थ सवा सौ सहायक शिक्षकों को प्रधान पाठक पद पर पदोन्नति देकर उन्हें नवीन स्थानों में पदस्थापना दी है।
छग कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के ब्लॉक अध्यक्ष ओमप्रकाश माहला व सचिव मुकेश शुक्ला एवं अन्य पदाधिकारियों का आरोप है कि पदोन्नत हुए प्रधान पाठकों की पदस्थापना में शासन के नियमों व प्रक्रियाओं की पूरी तरह अनदेखी की गई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने प्रभाव व चेहरा देखकर काम किया है, जिन्होंने अफसरों की डिमांड पूरी की है, उन्हें ब्लॉक मुख्यालय के आसपास तथा आवागमन के लिए सुगम इलाकों में पदस्थ किया गया है।
बीईओ एसके धीवर ने कहा कि सहायक शिक्षकों की प्रधान पाठक पद पदोन्नति एवं पदस्थापना डीईओ कार्यालय से हुई है। इस संबंध में बीईओ कार्यालय का कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने पोस्टिंग में सौदेबाजी सहित अन्य आरोपों को खारिज किया है।