बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 8 नवंबर। पूरे देश सहित छत्तीसगढ़ में लंपी वायरस को लेकर पशुपालन विभाग सतर्क है। इसी बीच बालोद जिले में भी लंबी वायरस के लक्षण पाए गए हैं, जिसे देखते हुए पशुपालन विभाग ने ऐसे पशुओं की पहचान करना शुरू कर दिया है जिन पर लंपी वायरस के लक्षण देखे जा रहे हैं। पशुपालन विभाग ने कहा कि कुछ जगहों पर बालोद जिले में ही लक्षण मिले हैं जिनका सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भेज दिया गया है।
40 हजार पशुओं को लगा टीका
जिला पशुपालन विभाग के अधिकारी डीके सहारे ने जानकारी देते हुए बताया कि बालोद जिले में टिके की मांग की जा रही है और अब तक 40000 पशुओं को टीका भी लगाया जा रहा है युद्ध स्तर पर इस वायरस से निपटने की तैयारी की जा रही है उन्होंने कहा कि हमने पहले ही टीकाकरण को प्राथमिकता में लिया और आज इसके परिणाम स्वरूप बालोद जिले में इसका फैलाव काफी कम देखने को मिल रहा है जो लक्षण मिले हैं उनकी भी पुष्टि नहीं हो पाई है, हालांकि लक्षणों को हम गंभीरता से ले रहे हैं।
मवेशी बाजार शुरू करने की मांग
बालोद जिले के कुछ पंचायत ऐसे हैं जहां मवेशी बाजार लगता है जिसमें से एक प्रमुख हैकर ही बदल वायरस की एंट्री के साथ ही इन बाजारों को प्रदेश सरकार के आदेश के आधार पर बंद करा दिया गया था, परंतु मिली जानकारी के अनुसार ग्राम करहीभदर पंचायत द्वारा मवेशी बाजार को शुरू कराने के लिए आवेदन भी प्रशासन के पास प्रस्तुत किया गया है। ज्ञात हो कि इन मवेशी बाजारों के चलते पंचायत एवं ठेकेदारों को मोटी रकम प्राप्त होती है।