दन्तेवाड़ा
स्थगन आदेश जारी कर दुकान निर्माण पर रोक, पटवारी से रिपोर्ट मांगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
किरंदुल, 13 नवंबर। लौह नगरी किरंदुल के कोड़ेनार पंचायत में पुराने पंचायत भवन के जमीन में बन रहे चार निर्माणाधीन दुकानों की शिकायत के बाद तहसीलदार बड़े बचेली विवेक चंद्रा ने स्थगन आदेश जारी कर कार्य पर रोक लगा दिया है और पटवारी को जांच कर हल्का पटवारी रिपोर्ट मांगा गया है।
पटवारी हेमंत देवांगन ने कहा है कि जो अवैध निर्माण हो रहा है, वहां शासकीय नजूल खसरा नंबर 299/1 क स्कूल की भूमि है, जो राजस्व नक्शे के हिसाब से नगर पालिका क्षेत्र में आ रही है।
इस विषय में वार्ड निवासी राकेश गोलदार एवं रामकृष्ण मंडल ने कहा है कि जब पुराने पंचायत भवन की जमीन पर दुकान का निर्माण कराया जा रहा था, तब हमसे कहा गया कि पंचायत द्वारा दुकान का निर्माण कराया जा रहा है। अभी हमें जानकारी प्राप्त हुआ है कि फर्जी तरीके से कुछ चुनिंदा लोगों द्वारा नेताजी फाउंडेशन बनाकर शासकीय जमीन को हड़पने के लिए चार दुकानों का निर्माण किया जा रहा है, जिसका हम सारे वार्ड वासी विरोध करते हैं और इस दुकान निर्माण से वार्ड वासियों में काफी आक्रोश है।
अभी हमें पता चला है कि हम जहां 50 वर्षों से भी अधिक समय से रह रहे है, जिस वार्ड में रहकर पंचायत में वोट करते हैं। आज विचित्र विडंबना है कि यहां वार्ड भी नगर पालिका क्षेत्र में आ रहा है।
हम प्रशासन से मांग करते हैं कि जल्द से जल्द सीमा निर्धारण कर हमारे संशय को दूर करें कि हम पंचायत में या नगर पालिका क्षेत्र में निवास करते हैं। हमें जानकारी मिली है कि पंचायत के पूरे 1 वार्ड को ही राजस्व नक्शा में नगर पालिका क्षेत्र में आ रहा है। अब इस वार्ड में विकास कार्य नगर पालिका या पंचायत करेगी, यहां भी संशय की स्थिति बनी हुई है।
इस संबंध में मीना मंडावी सरपंच कोरेनार पंचायत का कहना है कि वह हमारी पंचायत की जमीन है, हमने पंचायत के तरफ से नेताजी फाउंडेशन को वहां जमीन दिया है।
एसडीएम आनंद नेताम ने कहा है कि यहां सीमा विवाद की स्थिति बन रही है, इसलिए नगरपालिका किरंदुल एवं ग्राम पंचायत कोड़ेनार के संयुक्त आवेदन पर सीमा निर्धारण के लिए राजस्व एवं अभिलेख के आधार पर सीमांकन करना उचित होगा, परंतु अभी तक कहीं से कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है।
तहसीलदार बड़े बचेली विवेक चंद्रा ने कहा कि अवैध निर्माण की शिकायत पर स्थगन आदेश दे दिया गया है, नेताजी फाउंडेशन के संचालक से उनके कागजात मंगाया गया है, मैंने पटवारी से हल्का पटवारी रिपोर्ट मांगा है।