बीजापुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 15 नवंबर। मंगलवार को सर्व आदिवासी समाज के लोगों ने आरक्षण सहित अपनी 5 सूत्रीय मांगों को लेकर बस स्टैंड के सामने धरना-प्रदर्शन और चक्काजम किया, जिसकी वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग 3 घंटे तक जाम रहा। आदिवासियों ने मांगों को लेकर हजारों की भीड़ में बस स्टैंड से लेकर कलेक्टर कार्यालय तक रैली निकाली।
आदिवासी नेताओं ने अपने भाषण में कहा कि जनसंख्या के अनुपात में 32 प्रतिशत आरक्षण एवं स्थानीय भर्तीयों को यथावत रखा जाए, शासकीय नौकरी में बैकलाग एवं नए भर्तीयों पर आरक्षण रोस्टर लागु किया जाए, पाँचवी अनुसूची क्षेत्र में तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के पदों पर भर्ती में मूलनिवासीयों की शत प्रतिशत आरक्षण लागू किया जाए और जिला स्तर पर भर्ती कराने की बात कही, प्रदेश में खनिज उतखनन के लिए ज़मीन अधिग्रहण की जगह लीज में लेकर ज़मीन मालिक को पूरा अधिकार शेयर होल्डर बनाया जाए। गांव की सामुदायिक गौण खनिज कर उत्खनन एवं निकासी का पूरा अधिकारी ग्राम सभा को दिया जाए। ग्राम सभा के द्वारा स्थानीय आदिवासी समिति के माध्यम से बेरोजगार युवाओं को खनिज पट्टा दिया जाए, आदिवासियों पर उत्पीडऩ जैसे ज़मीन का हस्तांतरण, महिला एव बच्चों पर अत्याचार,हत्या, जातिगत अपमान पर अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत पीडि़त की प्राथमिकी दर्ज नहीं किया जा रहा है। पीडि़त को एफआईआर दर्ज नहीं करवाने के लिए अजाक थाना के चक्कर लगाने पड़ते है। इस पर राज्य सरकार से विशेष निर्देश जारी कर पलायन करवाया जाने की मांग आदिवासियों ने सरकार से की है। आदिवासियों ने अपनी 5 सूत्रीय मांगो को लेकर राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
नगर की दुकानें रही बंद - आदिवासियों ने अपनी 5 सूत्रीय मांगो ंको लेकर नगर के व्यापारियों से अपने -अपने दुकानों को बंद रखने का आह्वान किया था। आदिवासियों के इस आह्वान पर व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखी थी। हालांकि आदिवासियों की रैली खत्म होने के बाद व्यापारियों ने अपने -अपने प्रतिष्ठान खोल दिए।
पुलिस के जवान चप्पे चप्पे पर रहे तैनात - आदिवासियों की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस के अधिकारी और जवान मुश्तेद दिखे। किसी भी प्रकार की कोई भी घटना या अनहोनी को रोकने के लिए पुलिस के जवान सतर्क दिखे।