बेमेतरा
ग्राम पंचायत राखी में आई थी विदेशी मेहमानों का दल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 16 नवंबर। साजा विकासखंड के दुर्ग बेमेतरा मुख्य मार्ग में स्थित ग्राम पंचायत राखी में जर्मनी की एएलडीआई ग्रुप की टीम पहुंची। जहां उन्होंने केले के तने से बनने वाले सामग्रियों का अवलोकन किया। आपको बता दें प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक है।
महिला समूह के आत्मनिर्भर योजना के तहत ग्राम राखी के गौठान में केले के तने से बनने वाले सामग्रियों का एक बड़ा मशीनरी प्लांट लगाया गया है। जहां गांव की महिला स्व सहायता समूह की महिलाएं काम करती हैं। केले के तने से सामग्री बनाने वाली मशीन का संचालन भी महिला स्व सहायता समूह की ही महिलाएं करती हैं। केले के तने से महिलाएं अनेकों प्रकार की सामग्रियों का निर्माण कर रहे हैं जिसमें कपड़ा, टोपी, साइड बैग, पैरदान, चटाई, पेन बॉक्स एवं अनेक प्रकार की सामग्रियों का निर्माण किया जाता है। महिला स्व सहायता समूह की महिलाएं इस निर्माण प्रक्रिया को सीखने के लिए प्रशिक्षण प्राप्त कर आज खुद निर्माण कर रही हैं। सैकड़ों की तादाद में महिलाएं काम कर रही हैं व सरकार की योजनाओं का लाभ ले रही हैं। समूह की महिलाएं आज आत्मनिर्भर हो चुकी हैं।
जर्मनी की एएलडीआई ग्रुप से आई टीम ने केले के तने से बनने वाले सामग्रियों का अवलोकन किया एवं उसकी उपयोगिता को समझा तथा अपने देश में इन सामग्रियों की जरूरत का होना भी बताया। टीम के साथ कृषि विश्वविद्यालय बेमेतरा से जोशी एवं राजपूत व ग्राम पंचायत राखी के सरपंच ईश्वरी चौबे, सरपंच प्रतिनिधि प्रकाश चौबे, उपसरपंच पूरन यादव, गौठान समिति के अध्यक्ष रामाधार यादव एवं महिला स्व सहायता समूह की महिलाएं ग्रामीण देवचरण ध्रुवे, मनोज धुर्वे सहित अन्य शामिल रहे।