जशपुर
19 दिनों से लगातार कर रहा यात्रा, बर्बाद हो रही युवा पीढ़ी को बचाना उद्देश्य
जशपुरनगर, 17 नवंबर। बिलासपुर जिले के बिरकोना से 26 वर्ष का ब्रजराज नशामुक्ति यात्रा पर साइकिल से निकल पड़ा है। 19 दिनों से 10 जिलों का इन्होंने ने भ्रमण किया।
ब्रजराज ने बताया कि आज के समय में हर कोई पाश्चात्य संस्कृति की तरफ भाग रहा है और देखादेखी में वह नशे की लत का शिकार हो रहा है। यहाँ तक की आजकल महिलाएं और समाज का युवा वर्ग भी नशे की लत का शिकार है। हमारी संस्कृति और समाज न जाने किस दिशा में जा रहा यह एक गंभीर विषय है। हम सबको इसके लिए ठोस कदम उठाने होंगे और नशा मुक्ति अभियान चलाना होगा और सबको जागरूक बनाना होगा की नशा से सिर्फ उनको ही नहीं अपितु उनके परिवारों को भी नुकसान है।
पैसा प्रतिष्ठा सभी का नाश
ब्रजराज ने यह भी बताया कि समाज में बनी बनायीं प्रतिष्ठा को भी खत्म कर देता और यहाँ तक की कई घिनोने अपराधों को जन्म देता है इसलिए आज ही प्राण करें की आज के बाद किसी भी तरह के नशे को हाथ भी नहीं लगायेंगे। इसके लिए आपको अपने सच्चे मन से संकल्प लेना होगा तब ही आप किसी नशे को त्याग सकते हैं। सभी बच्चों के साथ नशा मुक्त होने का संकल्प लिया।
नि:स्वार्थ कर रहा जागरूक
ब्रजराज रजक छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिला के बिरकोना गांव के निवासी हैं और एक समाज सेवक हैं। ब्रजराज कहते हैं कि मेरा कोई एनजीओ संस्था नहीं है और ना ही किसी संस्था का सदस्य हूँ। समाज में बढ़ती नशाखोरी को देखते हुए स्वयं से यह अभियान लगभग 3 सालों से चला रहा हूं जिसके अंतर्गत गांव के स्कूलों में जाकर युवाओं को जागरूक करता हूं वर्तमान में मैं नशा मुक्ति संदेश को लेकर पूरे छत्तीसगढ़ में यात्रा कर रहा हूं, आज मेरे यात्रा का लगभग 19 दिन हो गए हैं और मैं बिलासपुर पेंड्रा मरवाही कोतमा अनूपपुर होते हुए मनेंद्रगढ़ कोरिया सूरजपुर सरगुजा बलरामपुर पहुंचा हूं, लगभग 650 किलोमीटर का यह सफर तय कर चुका हूं और यह यात्रा लगभग 3 से 4 माह तक चलेगा जिसमें छत्तीसगढ़ का प्रत्येक जिला भ्रमण करूंगा विशेष रूप से युवा वर्ग को फोकस है जो नशा की ग्रस्त में नहीं गए हैं उन्हें रोकना ही मेरा लक्ष्य है। इसलिए मैं स्कूल वह कॉलेजों में जाकर युवाओं को जागरूक करता हूं कि वह भविष्य में नशा ना करें और एक अच्छे इंसान बनकर देश समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएं।
आज हमारे समाज में ऐसे कई घटना देखने को मिलते हैं जो चिंतनीय एवं गंभीरता का विषय है और मैं इसे कोरोना महामारी से भी खतरनाक मानता हूं क्योंकि कोरोना से जो व्यक्ति एक बार मर के चला जाता है लेकिन शराब से व्यक्ति रोज मरता है ऐसे कई घटना हमारे समाज में देखने को मिलते हैं जो हमें आश्चर्य कर देता हैं। नशा में अपनी माता-पिता की लोग हत्या कर देते हैं। अपराध दुर्घटना लड़ाई झगड़ा स्वास्थ्य शिक्षा में प्रभाव आधा से ज्यादा कारण शराब बन गया है और जो इस अवस्था में चला जाता है उसे वापस लाना बहुत मुश्किल है। क्योंकि इसका दवाई नहीं आता है इच्छाशक्ति इसका मूल दवाई है इसलिए मैं चाहता हूं कि मेरे जो युवा भाई वर्तमान में पढ़ाई कर रहे हैं वह आगे चलकर भविष्य में नशा ना करें और इस यात्रा के लिए मैं अपने पूरे परिवार को छोडकऱ बिना किसी स्वार्थ के साथ निकला हूं हर हाल में मुझे नशाखोरी की चैन को तोडऩा है, जो आप सभी का सहयोग से होगा।
युवा कर रहे हैं मदद
ब्रजराज को मनोरा के बिनोद भगत और प्रेमलाल बर्मन ने बीते रात से ब्रजराज को सोने खाने नास्ते जाने तक का प्रबंध किया। और ब्रजराज का नशामुक्ति जन जागरूकता अभियान का हौसला बढ़ाया। शासकीय नवीन स्कूल सोगड़ा में ब्रजराज ने सभी बच्चों को अच्छे से नशामुक्ति के संबंधित जानकारी दी। बच्चे और शिक्षिकाओं ने भी अच्छे से उनकी बात सुनी और ब्रजराज को बच्चे और शिक्षिकाओं ने आभार व्यक्त किया साथ धन्यवाद दिया।