कोण्डागांव
कोण्डागांव, 18 नवम्बर। कलेक्टर दीपक सोनी द्वारा एनीमिया मुक्त कोण्डागांव अभियान के प्रथम चरण की प्रगति की समीक्षा हेतु प्रथम बैठक आहुत की गयी थी। इस बैठक में कलेक्टर ने एनीमिया मुक्ति हेतु प्रथम चरण में चिन्हित सभी 15 से 25 आयु वर्ग की सभी बालिकाओं व महिलाओं की एनीमिया जांच को आगामी तीन माह में पूर्ण कर सभी एनीमिया से पीडि़त पायी जाने वाली महिलाओं को तुरंत स्वास्थ्य सुविधाएं मुहय्या कराने के निर्देश देते हुए कहा कि, एनीमिया मुक्त कोण्डागांव का लक्ष्य केवल जांच के माध्यम से एनीमिया का पता लगाने से बढक़र समाज में एनीमिया के मूल कारणों की पहचान कर व्यवहार परिवर्तन के माध्यम से बालिकाओं के पौष्टिक खान पान पर जोर देने के साथ लोगों को जागरूक करना भी है। इसके लिए उन्होनें इस अभियान के प्रथम चरण में स्कूल, कॉलेज, छात्रावासों तथा शाला त्यागी बालिकाओं के साथ गर्भवती तथा शिशुवती महिलाओं में भी एनीमिया की जांच कर उन्हें जागरूक करने को कहा।
अभियान के तहत स्कूलों में प्रति शुक्रवार अंतिम कालखण्ड में बालिकाओं के लिए विशेष रूप से सुपोषण चौपाल के रूप में स्वस्थ व पौष्टिक खान पान की जानकारी देने हेतु नोडल अधिकारियों को शिक्षकों को प्रशिक्षण देने को कहा। स्कूलों में बच्चों को आयरन फोलिक एसिड की गोलियों को लेने हेतु विशेष घंटी बजवाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने के कहा कि, प्रथम चरण में 15 से 25 वर्ष तक के आयु वर्ग के साथ गर्भवती महिलाओं को शामिल किया गया है। द्वितीय चरण में 26 से 40 वर्ष तक की महिलाओं को शामिल किया जायेगा। इस दौरान उन्होनें स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से अभियान अंतर्गत आ रही समस्याओं के संबंध में जानकारी ली। इसके साथ उन्होनें सुपोषण से जुड़े सभी स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग, यूनिसेफ के अधिकारी-कर्मचारियों को आपसी समन्वय से कार्य करने हेतु प्रेरित किया।
स्कूलों के नोडल अधिकारियों को एनीमिया मुक्ति हेतु दिया गया प्रशिक्षण
एनीमिया मुक्त कोण्डागांव अंतर्गत विकासखण्ड के स्कूल नोडल अधिकारियों को सीडीपीओ दिपेश बघेल, पीरामल स्वास्थ्य के मोहम्मद दानिश, लोमेश साहू द्वारा एनीमिया से बचाव, पोषण आहार लेने तथा एनीमिया मुक्त कोण्डागांव ऐप के संचालन के संबंध में जानकारी दी गई।