राजनांदगांव
सरगुजा रेंज के प्रभारी आईजी के तौर पर सम्हालेंगे प्रभार
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 19 नवंबर। राजनांदगांव रेंज में पदस्थ डीआईजी रामगोपाल गर्ग का प्रशासनिक कद बढ़ गया है। शुक्रवार देर रात को जारी पुलिस महकमे के आला अफसरों के तबादला सूची में गर्ग को एक अहम जिम्मेदारी प्रदत्त करते हुए सरकार ने सरगुजा रेंज का प्रभारी आईजी नियुक्त किया है। करीब 3-4 माह पूर्व गर्ग ने राजनांदगांव रेंज डीआईजी की हैसियत से कामकाज की शुरूआत की थी। उनके रेंज के अधीन कवर्धा, राजनांदगांव, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी और खैरागढ़-छुईखदान गंडई जिले में पुलिस की काफी सक्रियता रही। नक्सल मोर्चे में भी पुलिस ने संतोषजनक कार्य किया।
डीआईजी गर्ग के पदस्थ होने के बाद दो नए जिले अस्तित्व में आए। 2007 बैच के आईपीएस गर्ग 7 साल बाद सीबीआई से प्रतिनियुक्ति के बाद छत्तीसगढ़ लौटे थे। उनकी कार्यशैली तकनीकी आधार पर रही है। बताया जा रहा है कि उनके अच्छे कार्य से प्रभावित होकर ही सरकार ने सरगुजा रेंज में प्रभारी आईजी के तौर पर भेजा है। बताया जा रहा है कि सरगुजा रेंज आईजी के लिए कई सीनियर भी दौड़ में थे। गर्ग ने सभी को अपनी काबिलियत के चलते पीछे छोड़ दिया। सरगुजा रेंज काफी बड़ा है। प्रशासनिक दृष्टिकोण से पूरे रेंज को सम्हालने के लिए एक युवा अफसर की महसूस की जा रही थी।
सीबीआई में रहते हुए गर्ग ने एक विशिष्ट छाप छोड़ी है। राज्य सरकार को उनके कार्यक्षमता के आधार पर सरगुजा में पदस्थ किया है। इस बीच गर्ग ने राजनांदगांव रेंज में भी कानून व्यवस्था और आपराधिक गतिविधियों पर लगाम कसने के लिए पूरा जोर लगाया। बताया जा रहा है कि उनका प्रशासनिक नजरिया अलग है। उम्दा तरीके से वह कामकाज करने के पैरोकार रहे हैं। बहरहाल सरगुजा रेंज में पदस्थ कर सरकार ने संदेश के तौर पर जाहिर किया है कि बेहतर कार्य करने वाले अफसरों का महत्व कम नहीं होगा।