कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 19 नवंबर। प्रधान पाठक पदोन्नति मामले में अब जांच कमेटी ने अपनी छानबीन की कार्रवाई पूरी करते हुए रिपोर्ट कलेक्टर को सौंप दी है और कमेटी की रिपोर्ट मिलते ही कलेक्टर ने शिक्षा विभाग में पदस्थ दो कर्मचारियों को पदोन्नति एवं पदस्थापना में अनियमितता के लिए संलिप्त पाये जाने से प्रथम दृष्टया दोषी होने के कारण लखन सिंह मण्डावी व बीएल पम्हार को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा वर्गीकरण-नियंत्रण व अपील नियम 1966 के तहत्त तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। निलम्बन अवधि में मण्डावी का मुख्यालय बीईओ माकड़ी व पम्हार का मुख्यालय बीईओ बड़ेराजपुर निर्धारित किया गया है।
ज्ञात हो कि, जिले में सहायक शिक्षक से प्रधानपाठक में पदोन्नत किये शिक्षकों की खुशी सप्ताह भर भी नहीं रह पाई और पदोन्नति मामले में नियमों की अनदेखी करने के चलते शिकायत मिलते ही इस आदेश को कलेक्टर ने निरस्त करते हुए सीईओ जिला पंचायत की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई थी।
बताया जाता है कि, 28 सितम्बर 2022 को 900 से ज्यादा सहायक शिक्षकों की जारी पदोन्नति आदेश में कुछ मृत शिक्षकों के नाम भी शामिल थे, वहीं एक ही जगह पर दो से अधिक को शिक्षकों को पदोन्नति कर एक ही पद पर भेजा गया था। इसके साथ ही जिस विद्यालय में वर्तमान में सहायक शिक्षक कार्यरत हैं, वहां रिक्त पद होने के बावजूद अन्य जगहों पर पदोन्नति कर भेजे जाने का विरोध भी दबी जुबान में कुछ शिक्षक कर रहे थे। इसके साथ ही लेनदेन की भी बात सामने आई थी, हालांकि यह जांच का विषय था। अब रिपोर्ट के उजागर होने के बाद ही इस मामले पर से भी पर्दा उठ पाएगा।
कमेटी की रिपोर्ट आने पर कलेक्टर ने दो किया निलंबित
कमेटी ने विभिन्न बिंदुओं पर माहभर से ज्यादा समय लेते हुए इस पूरे मामले की जांच की और अपनी रिपोर्ट तैयार की है। हालांकि जांच में समिति को क्या कमी-खामी मिली, इसकी जानकारी तो फिलहाल नहीं मिल पाई है, लेकिन इतना जरूर है कि, जांच में कई कई बिंदु समिति के सामने आए हैं।