कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 19 नवंबर। छत्तीसगढ़ शासन की महत्त्वकांक्षी योजना राजीव गांधी किसान न्याय योजना से जिले के किसानों को प्रत्यक्ष रूप से लाभ मिल रहा है। इस योजना के तहत राज्य शासन किसानों को उनकी उपजों का उचित मूल्य सीधे उनके बैंक खातों में प्रदान किया जा रहा है साथ ही योजना के तहत किसानों को बोनस राशि भी प्रदान की जा रही है। जिससे किसानों को खेती-किसानी के कार्यों को करने में आसानी हो रही है। इसके साथ ही किसानों को अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायता मिलती है।
जिले में किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजनांतर्गत कुल 245.99 करोड़ रूपयों का भुगतान किया गया था। जिसमें खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 में 28059 किसानों राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत प्रोत्साहन राशि के रूप में कुल 76.52 करोड़ रुपयों का भुगतान किया गया था।
खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में 33475 किसानों ने 1.43 लाख मीट्रिक टन धान का विक्रय किया गया था। जिसके लिये 270.51 करोड़ रुपए का भुगतान किसानों को सीधे उनके बैंक खातों में हस्तांतरित कर दिया गया था।
राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत प्रोत्साहन राशि के रूप में कुल 86.08 करोड़ रुपयों का किसानों को चार किस्तों में भुगतान किया गया। वहीं खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में 34753 किसानों ने 1.53 लाख मीट्रिक टन धान का विक्रय किया था। जिसके लिये उन्हें 299.96 करोड़ रुपए का भुगतान किसानों को सीधे उनके बैंक खातों में हस्तांतरित कर दिया गया है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत प्रोत्साहन राशि के रूप में 83.39 करोड़ रुपए किसानों को चार किस्तों में प्रदान किया जाना है। जिसकी तीसरी किस्त मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा दीपावली के अवसर पर किसानों को प्रदान की गई है और चौथी किस्त किसानों को उनके बैंक खातों में जल्द ही हस्तांतरित कर दी जाएगी।
इस संबंध में धान विक्रय हेतु आये कोण्डागांव जिले के ग्राम सुकुरपाल के किसान परमानंद प्रसाद पांडे ने बताया कि उन्होंने खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में लगभग 220 क्विंटल धान सहकारी समिति में विक्रय किया था। जिसके तहत उन्हें कुल 4.30 लाख रुपए धान विक्रय के समय ही प्राप्त हो गया था। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत प्रोत्साहन राशि 38630 रुपए तीसरी किस्त के रूप में उनके बैंक खाते में प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि, प्रोत्साहन राशि मिल जाने से अगली फसल की तैयारी करने, खाद बीज की खरीदारी करने में सुविधा प्राप्त हुई है। इस बार दीपावली के पहले तीसरी किस्त मिल जाने से दीपावली की खुशी भी दुगुनी हो गई थी।