बिलासपुर
बिलासपुर कटनी रेल मार्ग का सलका रोड स्टेशन का नजारा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड कोटा,21 नवंबर। बिलासपुर कटनी रेल खंड के स्टेशनों पर पिछले दो तीन साल से यात्री रेल लगभग बंद ही हंै इसके लिए इस रेलखंड में लोगों ने आंदोलन से लेकर आवेदन निवेदन सब कर लिया लेकिन रेल के अधिकारियों के कान में जूं तक नहीं रेंगी नतीजा यात्री रेल बंद के बराबर ही हंै। जो यात्री ट्रेन इधर से गुजरती हंै वो लोगों को चिढ़ाते हुए निकल जाती हैं। जब पिछले कई साल से स्टेशन का उपयोग लोगों के लिए नहीं हो रहा हंै तो लोगों ने अब रेलवे के स्टेशन को खलीहान बनाना शुरू कर दिया हंै ।
रेलवे के अजब-गजब नियम और नमूनों से पूरा देश हलकान हंै जहां कोरोना काल से स्टेशनों में यात्री गाड़ी का ठहराव नहीं होने के कारण यात्रीगण परेशान हैं और बड़े-बड़े आंदोलन करने के बावजूद ठहराव नहीं हो रहा हंै यह सब तो चली रहा था पर रेलवे के अजब नमूने से लोग परेशान हो गए हैं। आज सुबह यात्रीगण मेमू लोकल से यात्रा कर रहे थे तब सलका रेलवे स्टेशन पर जब ट्रेन रुकी तो जिन यात्रियों को स्टेशन पर उतरना था वह एक बार ठिठक गए की ड्राइवर भूल से ट्रेन को खेत पर रोक दिया है परंतु जब देखा गया तो वह रेलवे स्टेशन ही था लेकिन उस रेलवे स्टेशन पर किसानों के द्वारा काटकर लाया गया धान प्लेटफार्म पर रख दिया गया था ।
यह देख कर लोगों को अचंभा हुआ और यात्रीगण आपस में बात करने लगे कि चलो अब स्टेशन परिसर किसानों के तो काम आ रहा है क्योंकि रेलवे ने अभी तक आंदोलन होने के बावजूद ट्रेन का ठहराव स्टेशनों में नहीं किया परंतु अब इस खाली पड़े स्टेशनों में कम से कम किसान अपना धान तो रख सकते हैं।
जब इस बात को मीडिया के लोगों ने स्टेशन मास्टर को अवगत कराएं तो स्टेशन मास्टर ने कहा कि हर साल किसान इसी तरीके का धान का ग_ा रेलवे परिसर पर रखते हैं जब हमने पूछा कि क्या आपने आरपीएफ को बताया स्टेशन मास्टर ने कहा कि आप के माध्यम से मुझे पता चला हंै और मैं जल्द ही आरपीएफ को इसकी सूचना दूंगा ।
करीब 1 घंटा बीत जाने के बावजूद स्टेशन मास्टर ने आरपीएफ को किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं दी आरपीएफ पोस्ट रेलवे इंचार्ज से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि बिल्कुल गलत बात है स्टेशन परिसर के अंदर में यदि खलिहान दम किया गया हैं। उन्होंने तत्काल अपने जवानों को उक्त स्थल पर रवाना किया और कार्रवाई की बात कही यह समझ से परे हंै की एक और ट्रेन का ठहराव नहीं होने के कारण यात्रीगण परेशान हैं और कुछ मेमू लोकल चलाने से कुछ परेशानियां कम तो हुई परंतु यदि ऐसी व्यवस्था स्टेशन मास्टर कर रहे हैं तो निश्चित ही एक बड़ी दुर्घटना घट जाएगी ।