सरगुजा
हसदेव क्षेत्र में पढ़ाई, कमाई व दवाई के साथ पुलिस चौकी स्थापित करने की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर,24 नवंबर। नंगे पांव सत्याग्रह ने राज्य सरकार से हसदेव क्षेत्र में पढ़ाई, कमाई व दवाई मुहैया कराने के साथ क्षेत्र में पुलिस चौकी स्थापित करने व घाटबर्रा में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित उप स्वास्थ्य केन्द्र के उन्नयन की मांग की है।
गुरुवार को प्रेसवार्ता के दौरान नंगे पांव सत्याग्रह के राजेश सिंह सिसोदिया, सोनाली दुबे ने कहा कि अदानी कंपनी के कर्मचारियों की उपस्थिति भारी संख्या में है, जिसके कारण छोटे से क्षेत्र में जनसांख्यिकीय स्थिति में बड़ा परिवर्तन हुआ है एवं इसके कारण कानून व्यवस्था की स्थिति में भी व्यापक परिवर्तन देखने को मिल रहा है। क्षेत्र में जनसंख्या के अनुपात में पुलिस की उपस्थिति बेहद निराशाजनक है।
गुमगा ग्राम में पूर्व के गुमगा और आज के गुमगा की यदि तुलना तो नये गांव की जनसंख्या भी उसी गांव में पायी जाएगी, केले-परसा, साल्ही, हरिहरपुर, फतेहपुर, घाटबरी एवं जनार्दनपुर इत्यादि गावों में भी बाहरी जनसंख्या का दबाव बढ़ा है। हसदेव क्षेत्र की समीपस्थ चौकी तारा सूरजपुर जिले के अधीन है, जो कि इस क्षेत्र में निष्प्रभावी है। सरकार व कानून व्यवस्था की उपस्थिति का सुदर्श स्वरूप पुलिस है, पुलिस की अनुपस्थिति के कारण मुआवजा प्राप्त सैकड़ों ग्रामीणों को ठगा। केले- परसा के स्व. कल्याण मझुवार, स्व. घुटरा मझुवार एवं भज्जुराम गोड़ लाखों की ठगी के शिकार हुए, इनके जैसे अनेकों लोगों को दलालों ने ठगा, न तो आज तक इनकों इनका पैसा मिला न ही दलालों पर कोई कार्रवाई हुई।
हसदेव क्षेत्र के गांवों में स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति बेहद चिंतनिय है। घाटबर्रा में स्थित उपस्वास्थ्य केन्द्र चिकित्सक विहीन है, नर्सों व स्वास्थ्य का कार्यकर्ताओं द्वारा संचालित इस केन्द्र में चिकित्सा सुविधाओं की स्थिति नगण्य है। या तो जिला प्रशासन / स्वास्थ्य विभाग या अदानी प्रबंधन इस स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सक व दवाईयां उपलब्ध करायें। अदानी स्कूल कक्षा 10 वी तक संचालित है, अदानी प्रबंधन इसे 12 वीं कक्षा तक संचालित करे। अदानी स्कूल में एक अभिवावक के दो बच्चों वाला मापदण्ड खत्म किया जाकर सभी बच्चों को शिक्षा प्रदान की जानी चाहिए।
अदानी प्रबंधन व राज्य शासन ने क्षेत्र की सडक़ों की तरफ उदासीनता का रवैया अपना रखा है, जिसके कारण एक गांव से दूसरे गांव में आवागमन बाधित होता है, साल्ही- हरिहरपुर, घाटबर्रा-परसा इत्यादि मार्गों में सडक़ सुविधाएं बेहद निराशाजनक है। एक गांव से दूसरे गांव को जोडऩे सडक़ों का जाल महती जरूरत है।
इसके साथ-साथ जमीन घोटालों व भू-माफिया पर प्रभावी रोक हेतु हसदेव क्षेत्र को राजस्व निरीक्षक मंडल में प्रवर्तित किया जाए एवं यहां राजस्व निरीक्षक की पदस्थापना हो।
श्री सिसोदिया ने आरोप लगाते कहा कि अदानी विद्या मंदिर में बाल दिवस समारोह अवसर पर मुख्य अतिथि व अन्य अतिथियों की उपस्थिति हैरतअंगेज थी, क्योंकि अतिथि दोनों दलों के थे। अदानी विद्या मंदिर में पधारे दो अतिथी हसदेव बचाओ आंदोलन के हरिहरपुर पंडाल में स्वास्थ्य मंत्री के साथ उक्त आंदोलन का समर्थन करने व त्या अदानी का विरोध करने आए थे। इनमें से एक अतिथि अपने दल की जिला इकाई के साथ अदानी कंपनी का विरोध करने व आंदोलन कारियों का समर्थन करने आए थे। इससे यह स्पष्ट है कि अदानी कंपनी और आंदोलनकारी आपस में मिले हुए हैं, आपस में मिलकर ये दोनों यहां के लोगों की स्वास्थ्य, शिक्षा व आजीविका को बाधित करना चाहते हैं। पेड़ कटाई और पेड़ लगाई के झगड़े में लोगों को फंसा दिया गया है, ताकि कोई विकास पर सवाल न उठा सके।