रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 नवम्बर। ढाई महीने पहले माना इलाके के सटोरिए रवि डॉन के एक और गुर्गे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।रवि का दाहिना हाथ कहे जाने वाले नोहर धीवर घटना के बाद से फरार चल रहा था।
इन लोगों ने विजेंद्र उर्फ लाला मार्कंडेय को सबक सिखाने के लिए चाकुओं से गोद कर मार डाला और फरार हो गए । घटना के बाद पुलिस ने 6 गुर्गो को घटना के बाद गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन शातिर नोहर घीवर पुलिस से छुपकर रविडॉन के सट्टा के कारोबार को संचालित कर रहा था।
पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि चार सितंबर को रायपुर-धमतरी मार्ग पर स्थित आरएस रेस्टोरेंट एवं फैमली ढाबा में शराब के ज्यादा पैसा लेने की बात को लेकर माना बस्ती का विजेंद्र मारकंडे और उसके दोस्त संजय बंजारे से झगड़ा हुआ था। उसी झगड़े के कारण आरोपियों ने सबक सिखाने की ठानी और इसके बाद हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। फरारी काट रहे नोहर धीवर को पकडऩे पुलिस ने ओडिशा सहित अन्य जगहों पर रेड कार्रवाई की थी, लेकिन वह हाथ नहीं लगा था। पतासाजी के दौरान टीम को नोहर धीवर की उपस्थिति के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई। जिस पर नोहर धीवर को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से घटना से संबंधित एक मोबाइल फोन जब्त किया गया। आरोपी पूर्व में भी थाना कोतवाली से चोरी के प्रकरण में जेल निरूद्ध रह चुका है।