कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 25 नवम्बर। मनेन्द्रगढ़ जिले में घुमंतू बच्चों का सर्वे करने जिला शिक्षाधिकारी के द्वारा टीम गठित कर सर्वे किया जाएगा। बता दें कि बीते दिनों जिला भ्रमण के दौरान कलेक्टर ने घुमंतू बालक प्रिंस का स्कूल में दाखिला कराया था।
बुधवार को हुई समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर पीएस धु्रव ने घुमंतू बच्चों का सर्वे कराए जाने फरमान जारी किया। उन्होंने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं। ये जितने समृद्ध होंगे देश उतनी तेजी से विकास पथ पर आगे बढ़ेगा। बच्चों के भविष्य को संवारने व सहेजने में हम सभी को सहयोग करना होगा। वहीं बैठक में कलेक्टर ने प्राप्त आवेदन का निराकरण आगामी सप्ताह के भीतर करने के निर्देश दिए गए। साथ ही उन्होंने टीएल प्रकरणों के भी जल्द निराकरण के लिए विभागों को निर्देशित किया। इसके साथ ही कार्यालयों की स्वच्छता एवं नगर की साफ-सफाई हेतु संबंधित अधिकारियों को भी निर्देशित किया। कलेक्टरने धान खरीदी केन्द्रों एवं गौठानों का निरीक्षण करने हेतु नोडल अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए।
उन्होंने सडक़ निर्माण व संधारण के कार्यों की समीक्षा करते हुए पीएमजीएसवाई के कार्यों के लिये ईई से नाराजगी जताई। सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग को 3 दिवस के भीतर आदिवासी विभाग के लंबित प्रकरणों के निराकरण के निर्देश दिए। वहीं वन अधिकार पट्टों के संबंध में डीएफओ से चर्चा की।
कलेक्टर ने सुपोषण अभियान, आंगनबाड़ी संचालन एवं शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हेतु तहसीलदार एवं बीईओ को स्कूलों के निरीक्षण के निर्देश दिए। साथ ही जाति प्रमाण पत्र जारी करने के कार्य को मिशन मोड में पूरा करने कहा। कलेक्टर ने स्वास्थ्य, खाद्य, सुपोषण अभियान, गोधन न्याय योजना, वन अधिकार पत्र, स्वामी आत्मानंद विद्यालय, रीपा की समीक्षा करते हुए तत्काल प्रगति लाने के कड़े निर्देश दिए और कहा कि कमियां पाये जाने पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने जिला प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा घोषणा एवं निर्देश का पालन और जन चौपाल में प्राप्त आवेदन का निराकरण अविलंब करने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया।
बैठक में संयुक्त कलेक्टर अभिलाषा पैकरा, डिप्टी कलेक्टर सीएस पैकरा, प्रवीण भगत, एसडीएम मनेन्द्रगढ़ अभिषेक कुमार एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।