राजनांदगांव
ईई बंगला एसडीएम को देने से बढ़ा विवाद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 27 नवंबर। नवीन जिला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में दो प्रशासनिक अफसरों के बीच बंगले में रहने को लेकर विवाद काफी बढ़ गया है। इसके पीछे एसडीएम को पीडब्ल्यूडी ईई का बंगला अलॉट करना एक कारण बन गया है। बताया जा रहा है कि कलेक्टर डॉ. जगदीश सोनकर ने पीडब्ल्यूडी ईई के अधिकृत बंगले को एसडीएम प्रकाश राजपूत के लिए अलॉट कर दिया। जिससे दोनों अफसरों के बीच बंगले में रहने को लेकर वाद-विवाद हुआ।
बताया जा रहा है कि कलेक्टर के द्वारा जारी आदेश पूरी तरह से नियम विरूद्ध है। ईई डब्लयू तिर्की का दावा है कि उक्त बंगले का निर्माण कॉन्टिनजेंसी मद से विभाग द्वारा किया गया है, इसलिए बंगला उनके अधीन है। जबकि कलेक्टर ने सीधे एसडीएम को बंगले में रहने की इजाजत दे दी। इसी बात को लेकर एसडीएम और ईई निवास में तनाव की स्थिति रही। इस बात की भनक लगते ही कलेक्टर ने दोनों अफसरों को तलब किया और ईई को फटकार लगाई। कलेक्टर के रूख को देखते हुए ईई ने बंगले में रहने का इरादा टाल दिया। फिलहाल वह रेस्ट हाउस में ठहरने के लिए चले गए। बताया जा रहा है कि पीडब्ल्यूडी के तमाम अधिकारी और चुनिंदा कर्मचारी भी ईई के बंगले में हुए विवाद के प्रत्यक्ष गवाह हैं। चर्चा है कि नए जिले में अधिकारियों को रहने के लिए बंगले और मकान की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में शीर्ष अधिकारी फारेस्ट, पीडब्ल्यूडी समेत अन्य प्रमुख अधिकारियों के बंगले पर नजरें गड़ाए हुए हैं।
सूत्रों का कहना है कि तत्कालिन डीएफओ दिलराज प्रभाकर के बंगले को लेकर भी एक अफसर ने काफी जोर लगाया था। अफसर के रवैये के चलते डीएफओ ने भी बंगला नहीं छोडऩे की ठान ली। आखिरकार डीएफओ के रवाना होने के बाद ही अफसर को बंगला नसीब हुआ।