रायपुर

अब तीन आजीवन कैद भोगनी पड़ेगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 नवम्बर। राजधानी के उरला में ट्रिपल मर्डर करने वाले हत्यारे को तीन बार आजीवन कारावास की सजा भोगनी होगी। उसे साक्ष्य छिपाने की धाराओं में भी 5 साल की सजा हुई।
तीन साल पहले 2019 में अपनी सास और दो सालों की हत्याकर वारदात को आगजनी से मौत होने की साजिश करने वाले चंद्रकांत निषाद को कोर्ट ने सजा सुनाई है।अपर सत्र न्यायाधीश की कोर्ट ने सुनाई सजा।14 गवाहों की गवाही और पीएम में हत्यात्मक प्रकृति की रिपोर्ट के आधार पर तीन बार आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
पैसों के लेनदेन को लेकर दामाद ने सौतेली सास दुलौरिन बाई और दो सालों संजय, सोनू निषाद को मार डाला था। हत्या के बाद आरोपी ने तीनों की लाश को खाट में रखकर मिट्टी तेल डालकर जला दिया। विशेष न्यायाधिश विभा पाण्डेय ने यह सजा सुनाई।
लोक अभियोजक मनोज वर्मा के मुताबिक तीन वर्ष पूर्ण 9 और 10 अक्टूबर की रात चंद्रकांत निषाद ने यह वारदात की थी। संदेह के आधार पर हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, तो हत्या करना स्वीकार किया।