बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 28 नवंबर। डॉक्टर सी वी रमन विश्वविद्यालय में 27 नवंबर को संविधान दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विधि विभाग, आइक्यूएसी और एनएसएस की ओर से विभिन्न कार्यक्रम रखे गए। ‘भारत लोकतंत्र की जननी’ विषय पर रखे गए व्याख्यान में छात्रों ने अपने विचार भी रखे।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डीन अकादमिक डॉ. अरविंद तिवारी ने कहा कि हम अपने अधिकारों पर तो बहुत जागरूक हैं पर कर्तव्यों के प्रति विमुख हैं। संविधान में दोनों का स्पष्ट उल्लेख है। संविधान सभा के सदस्यों ने शिखर पर बैठे व्यक्ति से लेकर नीचे संघर्ष कर रहे प्रत्येक व्यक्ति की जरूरतों पर विचार किया। हमें निष्ठा के साथ इसे अंगीकृत करना चाहिए।
डीएस डब्ल्यू डॉ मनीष उपाध्याय ने इस मौके पर कहा कि संविधान समाज के अंतिम पंक्ति पर बैठे व्यक्ति को भी सर्वोच्च स्तर पर सम्मानित करता है। डीन ऑफ आर्ट्स संगीता सिंह ने संविधान में उल्लेखित बिंदुओं की क्रमवार जानकारी दी। एक भारत श्रेष्ठ भारत के समन्वयक डॉ. अभिषेक पाठक ने कहा कि कला, साहित्य, संस्कृति और स्थानीय व्यवस्था को समझने के लिए संविधान का ज्ञान हमें होना चाहिए।
इस अवसर पर सभी ने संविधान की शपथ ली। आभार प्रदर्शन विधि विभाग के डॉ. आरपी चौधरी ने किया। कार्यक्रम में सभी विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक तथा छात्र-छात्रा उपस्थित थे।