महासमुन्द
3 से 6 वर्ष तक के बच्चों को 20 मिनट करवाई जाती है आंगनबाड़ी में गतिविधि
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सरायपाली, 28 नवंबर। आंगनबाड़ी के छोटे-छोटे बच्चों के विकास के लिए कार्यकर्ता के द्वारा प्रतिदिन 20 मिनट गतिविधि करवाई जा रही है, बच्चों को सिखाये जा रहे बिंदु मिलाओ गतिविधि से बच्चों के हाथ में लिखने की क्षमता विकसित होती है और धीरे-धीरे अक्षर ज्ञान की ओर आगे बढ़ते हैं, इस खेल-खेल में बच्चों को सिखाई जा रही बिंदु मिलाओ गतिविधि से बच्चों का सृजनात्मक विकास होता है, इस तरह का नजारा आंगनबाड़ी केंद्र किसड़ी में देखा गया।जहां बच्चों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा गोल घेरे में बच्चों को बिठाकर चॉक से विभिन्न प्रकार के आकृति बनाकर बिंदु मिलाओ करवाई जा रही थी.
ग्राम किसड़ी कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुजाता भोई ने बताया कि प्रतिदिन बच्चों को 20 मिनट गतिविधि करवाई जाती है,जिसमें कभी बिंदु मिलाओ तो कभी अन्य प्रकार की गतिविधि करवाई जाती है, बिंदु मिलाओ गतिविधि में कागज,पेंसिल,चॉक,इमली बीज की आवश्यकता होती है,गतिविधि में अपने आसपास ही गांव में सहजता से उपलब्ध होने वाले सामग्री का उपयोग किया जाता है,जो प्राकृतिक रूप से नि:शुल्क प्राप्त हो,उनके द्वारा बिंदु मिलाने इमली बीज का उपयोग किया जाता है, बिंदु मिलाओ गतिविधि में छोटे-छोटे बच्चों को चॉक से बने विभिन्न प्रकार की आकृतियां में इमली बीज को रखने व जो बच्चे चॉक से बने आकृति में इमली बीज नहीं रख पा रहे थे,उनकी कार्यकर्ता द्वारा मदद की जा रही थी, उन्होंने बताया कि गतिविधि से बच्चों के हाथ में चॉक से बने विभिन्न प्रकार के आकृति में बीज रखने से बच्चों में लिखने की क्षमता विकसित होगी और बच्चों का ध्यान पढ़ाई कि ओर आकर्षित होगा, गतिविधि से बच्चे फल,त्रिभुज, अंग्रेजी के अक्षर, त्रिकोण, गोला बनाना, फूल बनाना, गिनती लिखना, आदि सीखते हैं,।
शुरुआत से बच्चे कोई शब्द नहीं लिख पाते उन्हें शाला जाने के पूर्व आंगनबाड़ी में गतिविधि के माध्यम से पढऩे-लिखने व खेल-खेल से पढऩे में रुचि लाने की कला सिखाई जाती है, इस तरह और कई गतिविधि हैं,जिसे बच्चे घरों में देखते हैं या स्वयं करते हैं, उन्हें प्रतिदिन अलग-अलग तरह के गतिविधि के माध्यम से पढ़ाई में रुचि लाने व आंगनबाड़ी आने के लिए प्रेरित करने गतिविधि कराई जाती है।