जान्जगीर-चाम्पा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जांजगीर-चांपा, 28 नवम्बर। सूर्यांश प्रांगण सिवनी में आयोजित 27 नवंबर को विशेष साप्ताहिक व्याख्यानमाला के प्रथम सत्र में व्याख्यान देते हुए उक्त बातें औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान बलौदा में सेवारत इंजीनियरिंग ड्राइंग के प्रशिक्षण अधिकारी राजशेखर करियारे ने कही।
उन्होंने छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं के माध्यम से एक वर्षीय, द्विवर्षीय एवं अन्य पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षण प्राप्त कर विभिन्न औद्योगिक संस्थानों में कार्य किया जा सकता है, जिसमें सरकारी एवं निजी क्षेत्र के औद्योगिक इकाइयां शामिल हैं। छत्तीसगढ़ में अभी लगभग 186 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान राज्य शासन द्वारा संचालित है जहां पर युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के अलावा राज्य में संचालित पॉलिटेक्निक एवं इंजीनियरिंग महाविद्यालयों से डिग्री प्राप्त कर भी औद्योगिक संस्थानों में कार्य करने के व्यापक अवसर उपलब्ध है।
व्याख्यान माला के दूसरे दूसरे सत्र में विद्यार्थियों को राज्य प्रशासनिक सेवा एवं अन्य परीक्षाओं की तैयारियों के लिए निरंतर मार्गदर्शन दिया जा रहा है। आज के व्याख्यान में गुलशन कुमार सूर्यवंशी द्वारा सामान्य ज्ञान एवं तर्कशक्ति, उत्तम कुमार गढ़वाल द्वारा सामान्य अंग्रेजी एवं उमाकांत टैगोर के द्वारा विज्ञान के विभिन्न विषयों पर विद्यार्थियों को मार्गदर्शित किया गया।
सूर्यांश विद्यापीठ सिवनी (नैला) में संचालित विशेष साप्ताहिक व्याख्यानमाला की जानकारी देते हुए प्रो. गोवर्धन सूर्यवंशी ने बताया कि शनिवार एवं रविवार को विशेष कक्षाओं का आयोजन किया जाता है जिसके तहत इस सप्ताह तकनीकी एवं इंजीनियरिंग क्षेत्रों में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
इस कार्यक्रम में विशेषज्ञ शिक्षकों द्वारा औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों की जानकारी प्रदान करते हुए राज्य एवं केन्द्र सरकार के कारखानों, रेलवे एवं अन्य बहुउद्देशीय कंपनियों की जानकारी दिया जहां अभ्यर्थी सेवा देकर एक बेहतर रोजगार प्राप्त कर सकते हैं।