खैरागढ़-छुईखदान-गंडई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गंडई, 29 नवंबर। मोबाइल टॉवर लगाने के नाम पर गंडई निवासी एक ठेकेदार लाखों की ठगी का शिकार हो गया। ठग गिरोह ने पीडि़त से अलग-अलग किस्तों में करीब साढ़े 6 लाख रुपए की ठगी की है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गंडई वार्ड नं. 2 निवासी व ठेकेदार किशन यादव को ठगों ने अपने आपको एयरटेल कंपनी का सीईओ बताकर लाखों की ठगी कर ली। सूत्रों का कहना है कि ठग गिरोह के आधा दर्जन आरोपियों को रायगढ़ पुलिस द्वारा पकड़े जाने की खबर है।
बताया जा रहा है कि पीड़त श्री यादव ने गंडई थाना में पहुंचकर बताया कि ऑनलाइन संपर्क कर अपने आपको एयरटेल कंपनी का सीईओ बताकर मेरे गंडई एवं ढाबा के जमीन पर टावर लगाने के नाम पर किसी न किसी बहाने से मुझऐ ऑनलाइन एवं बैंक खाते से ट्रांसफर करवाकर 6 लाख 57 हजार 180 रुपए का ठगी किए हैं। उनका कहना है कि क्राईम ब्रांच से ठगों को पकड़े जाने की जानकारी मिली है।
पीडि़त यादव ने पुलिस को बताया कि वह गंडई का निवासी है। उसके साथ एयरटेल टॉवर लगाने के नाम पर दीपिका मंडल एवं अन्य द्वारा मेरे निजी जमीन पंडरिया एवं ढाबा में टॉवर लगाने प्रोसेस फीस के नाम पर अलग-अलग तिथि को अपने एकाउंट में मांगकर 6 लाख 58 हजार 180 रुपए की धोखाधड़ी की है। मेरे जमीन में किसी प्रकार का कोई टावर नहीं लग है। मेरे साथ टॉवर लगाने के नाम पर धोखाधड़ी किया गया है। ठगी करने वालों में दीपिका मंडल कंपनी सीईओ नरेश गोपाल पवार, रामोदास, दीपक कुमार चौहान, पूजा शर्मा, नंदनी सिंह, दीपिका सिंह, समसुद्ध हुसैन उर्फ अलीजी शामिल है। मुझे बताया गया कि आपको दोनों टावर के लिए अलग-अलग 30-30 लाख रुपए हमारी कंपनी द्वारा देना स्वीकार किया गया, जिस बाबत आपका चेक भी बन गया है। आपको दोनों टावर पर प्रतिमाह किराया 15-15 हजार रुपए 10 साल का भुगतान किया जाएगा। उन सभ्ी की बातों पर विश्वास कर लगातार 10 अप्रैल 222 से 10 अक्टूबर 22 तक 6 लाख 58 हजार 180 रुपए भुगतान कर चुका हूं। उक्त राशि प्राप्त होने के बाद भी आज दिनांक तक मेरे भूमि पर टावर निर्माण नहीं किए हैं और मुझे 30-30 लाख रुपए का चेक भी प्रदान नहीं किया है। 4 नवंबर के बाद फोन ही बंद कर दिए हैं।
पीडि़त यादव ने बताया कि रायगढ़ क्राईम ब्रांच से मुझे 4-5 बार अलग-अलग नंबर से फोन आया और बताया कि आपसे टावर के नाम पर राशि ठगने वाले व्यक्ति पकड़े गए हैं। इन लोगों ने रायगढ़ में भी टावर के नाम पर ठगी की है। हम लोग इनको पकड़ लिए हैं। कॉल डिटेल से आपका नाम एवं आपको ठगे जाने का पता लगा है। इस तरह शाम को पुन: मुझे खैरागढ़ क्राईम ब्रांच द्वारा फोन कर बताया कि आपको टावर के नाम पर राशि ठगने वाले व्यक्ति रायगढ़ में पकड़े गए हैं। आप भी ठगी का शिकार हो गए हैं, जिस पर मुझे पूर्ण विश्वास हो गया कि अनावेदकगण मुझे झांसे में लेकर टावर के नाम पर मुझे गुमराह कर 6 लाख 58 हजार 180 रुपए ठग लिए हैं।