बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 30 नवंबर। लोगों को साग-सब्जियों में प्रयोग किए जाने वाले रासायनिक खाद एवं कीटनाशक दवाईयों के दूष्प्रभावों से बचाव हेतु अब राज्य शासन की महत्वाकंाक्षी नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बाड़ी योजना के अंतर्गत जिले में निर्मित सभी गौठानों में केवल आर्गेनिक साग-सब्जियों का उत्पादन किया जाएगा। कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक में कृषि, उद्यानिकी सहित अन्य संबंधित विभाग के अधिकारियों को उक्ताशय के निर्देश दिए। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को योजना बनाकर काम करने को कहा है। बैठक में कलेक्टर ने ऑनलाईन नामांतरण के कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने गुरूर एवं गुण्डरदेही के तहसीलों में हुए ऑनलाईन नामांतरण के हुए बेहतर कार्यों की भी सराहना की। उल्लेखनीय है कि गुरूर तहसील में अब तक 95 तथा गुण्डरदेही तहसील में 93 सहित जिले में अब तक कुल 337 ऑनलाईन नामंातरण के प्रकरणों का निपटारा किया गया है। कलेक्टर शर्मा ने इन दोनों तहसीलों में ऑनलाईन नामांतरण के प्रकरणों के निपटारा पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सभी तहसीलों में अधिक से अधिक ऑनलाईन नामांतरण के प्रकरणों का निपटारा करने को कहा। बैठक में वन मंडलाधिकारी आयुष जैन, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रेणुका श्रीवास्तव, एडीएम योगेन्द्र श्रीवास सहित जिले के सभी राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों के अलावा विभाग प्रमुखगण उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर ने गौठानों में निर्मित सब्जी बाडिय़ों में किसी भी स्थिति में रासायनिक खाद एवं कीटनाशक दवाईयों का प्रयोग नहीं करने करने के निर्देश दिए। उन्होंने इसके बदले गौठानों में निर्मित जैविक खाद एवं कीटनाशक दवाई, वर्मी कम्पोस्ट, जीवामृत एवं ब्रम्हास्त्र आदि का शत प्रतिशत उपयोग करने के निर्देश दिए हैं।
इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को जरूरी उपाय सुनिश्चित करने को कहा। बैठक में कलेक्टर ने शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी से स्कूलों में विद्यार्थियों की दर्ज संख्या के आधार पर शिक्षकों की पदस्थापना एवं बोर्ड परीक्षा हेतु बनाए जा रहे कार्ययोजना के संबंध में जानकारी ली। शर्मा ने स्कूलों में शिक्षकों की नियमित उपस्थिति के संबंध में जानकारी लेते हुए लापरवाह शिक्षकों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए। जिले में बोर्ड कक्षाओं का परीक्षा परिणाम बेहतर से बेहतर हो, इसके लिए उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को शीघ्र कार्ययोजना बनाकर उसका पालन सुनिश्चित कराने को कहा। इस संबंध में उन्होंने विकासखंड शिक्षा अधिकारी एवं विकासखंड स्त्रोत समन्वयकों की बैठक भी आयोजित करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने स्कूली बच्चों के जाति प्रमाण पत्र बनाने के कार्य की प्रगति की भी समीक्षा की।
शर्मा ने कहा कि जाति प्रमाण पत्र बनाने हेतु विद्यार्थियों के परिजनों के राजस्व संबंधी दस्तावेज नहीं मिलने की स्थिति में विशेष ग्राम सभा आयोजित कर शतप्रतिशत बच्चों का जाति प्रमाण पत्र बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों एवं जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को विशेष ग्राम सभा के आयोजन हेतु आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
शर्मा ने 21 दिसंबर तक शत प्रतिशत स्कूली बच्चों का जाति प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से बनाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि कक्षा पहली से पांचवी तक के बच्चों के जाति प्रमाण पत्र बनाने हेतु आगामी शिक्षा सत्र में योजना बनाई जाएगी। जिससे कि कोई भी बच्चा जाति प्रमाण पत्र से वंचित न रहे।
बैठक में उन्होंने स्कूलों में समुचित साफ-सफाई की व्यवस्था, रंगरोगन आदि के कार्यों के संबंध में भी जानकारी ली। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से सभी स्कूलों में आयरन फॉलिक एसिड की उपलब्धता के संबंध में जानकारी लेते हुए बच्चों को समुचित रूप से इसका वितरण सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मंगलवार को बच्चों को अनिवार्य रूप से आयरन फॉलिक एसिड की टेबलेट खिलाई जाए तथा किसी कारणों से शेष रह गए बच्चों को बुधवार के दिन अनिवार्य रूप से इसकी टेबलेट खिलाने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने जिले के सभी नगरीय निकायों में पार्क, तालाब आदि सार्वजनिक स्थानों में साफ-सफाई की व्यवस्था, धनवंतरी मेडिकल स्टोर्स में दवाईयों की समुचित उपलब्धता, गोमूत्र की खरीदी, राजीव युवा मितान क्लब, लंबित पेंशन प्रकरणों का भुगतान आदि की विस्तृत समीक्षा की।