राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 नवंबर। कलेक्टर डोमन सिंह ने मंगलवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित जनचौपाल में जिले के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों से आए नागरिकों विभिन्न समस्या को ध्यान से सुना तथा शीघ्र ही समुचित निराकरण होने का भरोसा दिया। जनचौपाल कार्यक्रम में 21 आवेदन प्राप्त हुए। प्राप्त सभी आवेदनों को संबंधित विभाग में भेजे जाने के साथ ही शीघ्र निराकरण करने के निर्देश दिए गए हैं।
कलेक्टर ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि प्रति मंगलवार को जनचौपाल लगाकर नागरिकों की समस्या सुनें। साथ ही उचित निराकरण करने की दिशा में कार्यवाही भी सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने नगरीय निकाय, जनपद कार्यालय, अनुविभागीय राजस्व अधिकारी कार्यालय, तहसील कार्यालय सहित अन्य कार्यालयों में जन चौपाल कार्यक्रम को प्राथमिकता से लेते जन सामान्य की समस्या के निराकरण की दिशा में सार्थक पहल सुनिश्चित करने निर्देशित किया है। कलेक्टर सिंह ने जनचौपाल के दौरान ग्राम खुबाटोला निवासी 34 वर्षीय दिव्यांग मूलचंद को मोटराईज्ड ट्राईसायिकल प्रदाय किया।
मूलचंद दोनों पैर से दिव्यांग है और चलने-फिरने में असमर्थ है। इस अवसर पर कलेक्टर ने किसानों को किसान किताब का भी वितरण किया।
धोखाधड़ी की शिकायत
जनचौपाल कार्यक्रम में ज्योति यादव, हिरौंदीबाई, कौशल सिन्हा एवं अन्य आवेदकों ने राजनांदगांव के वार्ड 5 चिखली में आवासीय भूखंड में सडक़ सह रास्ता के नाम पर आवासीय भूखंड विक्रेताओं द्वारा धोखाधड़ी किए जाने की शिकायत किया है।
के्रताओं ने बताया कि भूखंड विक्रय के दौरान उन्हें यह आश्वासन दिया गया कि आवासीय टुकड़ा में 25 फीट सडक़ व रास्ता निर्धारित किया गया है। भूखंड क्रय करने के बाद के्रताओं को पता चला कि सडक़ सह रास्ता के लिए जमीन तय नहीं किया गया है। इससे उन्हें आवागमन व आने-जाने में दिक्कत हो रही है। इसी तरह जूनीहटरी राजनांदगांव के सपना वाधवानी ने अपने स्वामित्व के कृषि भूमि पर अवैध कब्जा और निर्माण होने की शिकायत किया है। आवेदक ने अपने स्वामित्व की कृषि भूमि से अवैध कब्जा और अवैध निर्माण हटाने संबंधी आवेदन प्रेषित किया है।
आर्थिक सहायता की गुहार
इसी तरह जनपद पंचायत छुरिया के ग्राम पंचायत रामपुर निवासी मिथिलेश पटेल ने आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत करने संबंधी आवेदन दिया है। आवेदक ने बताया कि वह ब्रेन ट्यूमर का मरीज है। उन्हें लकवा भी हो गया है। जिसके कारण वह मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर है। कलेक्टर ने सभी आवेदनों के निराकरण के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए।